अवधनामा संवाददाता
पीड़ित परिवारों ने कप्तान व एडीजी से लगाई गुहार
प्रयागराज। शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा भूमिहीन दलितों को कृषि कार्य करके जीवन यापन हेतु तहसील करछना के अंतर्गत मौजा खाई के दलितों को 2005 में पट्टा दिया गया था, गांव के ही दबंगों द्वारा पट्टे की जमीन पर कब्जा कर लिए जाने का आरोप पीड़ित दलित जीवन लाल ने लगाया है। आज बुधवार को जीवन लाल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व अपर पुलिस महानिदेशक के कार्यालय में उपस्थित होकर प्रशासन द्वारा आवंटित पट्टे की जमीन को दबंगो से मुक्त कराने व जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तहसील व थाना करछना के खाई मौजा में आठ भूमिहीन दलित परिवारों को 27 नवम्बर 2005 को कृषि कार्य के माध्यम से जीवन यापन हेतु जिला प्रशासन द्वारा आराजी संख्या 1216 रकबा 0.3150 हेक्टेयर व आराजी संख्या 1226 रकबा लगभग ढाई बीघा जमीन भूमि प्रबंधन समिति के माध्यम से भाईलाल, रामप्यारे, जीवन लाल, अमृतलाल, भैरोलाल, छटक्की, सुरजन, मोतीलाल आदि को जमीन आवंटन कर कब्जा दे दिया गया। पीड़ित जीवनलाल ने बताया कि नवम्बर 2021 में पूर्व की भांति गेंहू की बोआई के लिए अपने पट्टे की जमीन पर गए तो गांव के ही शोरेपुश्त दबंगो ने प्रार्थीगण को खेत से भगाकर उनके खेत पर जबरन कब्जा कर टैक्टर से जुताई करने लगे जब प्रार्थी ने इसका विरोध किया तो जतीय आधार पर अपमानित करते हुए जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित जीवन लाल ने आरोप लगाया है कि लगातार तहसील व पुलिस प्रशासन से दबंगो से जमीन मुक्त कराने की अपील करता रहा किन्तु कोई सुनवाई नही की गई।
पीड़ित जीवनलाल ने अपने अन्य पट्टेदारो के साथ बुधवार को कार्यालय एसएसपी व एडीजी प्रयागराज ज़ोन पहुँच कर अपना दुखड़ा बताया तो एसएसपी कार्यालय में प्रार्थना पत्र देख रहे क्षेत्राधिकारी ने थाने पर जाकर थानाध्यक्ष से मिलने की बात कही जबकि कार्यालय एडीजी के स्टाफ ऑफिसर ने थाना दिवस पर एसडीएम और थानाध्यक्ष की उपस्थिति में प्रार्थना पत्र के निस्तारण की बात कही। प्रार्थना पत्र देनेवालों में जीवनलाल, प्रेमशंकर, मटरू, लालचंद, राजमणि, शेषमणि, अमृतलाल, लालबाबू उपस्थित रहे।
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