अवधनामा संवाददाता
बुन्देलखण्ड के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से जनता में फैल रहा है आक्रोश
ललितपुर। बांदा से चलकर गांधी जयंती के दिन बुन्देलखण्ड प्रान्त निर्माण जन-जागरण प्रतिनिधि मण्डल का बुन्देलखण्ड विकास सेना ने गर्मजोशी से स्वागत किया। सेना प्रमुख ने बुन्देलखण्ड जनजागरण प्रतिनिधि मण्डल के संयोजक रिटायर्ड अपर मुख्य अधिकारी रमेशचन्द दुबे, पूर्व बार ऐसो. अध्यक्ष अवधेश कुमार गुप्ता एड. (खादी वाला), शिवदयाल पटेल एड. तथा अन्य सदस्यों को जनपद ललितपुर की जमीनी हकीकत मसलन बेरोजगारी, चिकित्सा, अशिक्षा, सूखातथा अतिवृष्टि के कारण किसानों की आत्महत्या तथा घनघोर गरीबी जैसी समस्याओं से अवगत कराते हुए बुन्देलखण्ड प्रान्त निर्माण को अत्यावश्यक बताया। कहा कि हमारे बुन्देलखण्ड के सारे के सारे जनप्रतिनिधि केवल चुनावी मोहरे बनके रह गये है जो चुनाव के समय बुन्देलखण्ड की जनता को लुभावने वायदे करके वोट ठगने का काम करते हैं। उन्होंने कहा है कि आज से लगभग 9 साल पहले बुन्देलखण्ड की बड़ी भाजपा नेत्री और तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने 3 साल में बुन्देलखण्ड प्रान्त निर्माण करने का ऐलान किया था परन्तु आज 9 साल से भी अधिक का समय गुजरने के बाद नतीजा सिफर रहा। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड के सभी जनप्रतिनिधि 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले पृथक बुन्देलखण्ड प्रान्त निर्माण का प्रस्ताव उ.प्र. और म.प्र. की विधानसभाओं में तथा लोकसभा में पारित करके बुन्देलखण्ड प्रान्त निर्माण सुनिश्चित करायें। कहा कि हमारा संगठन पिछले 25 वर्ष से बुन्देलखण्ड प्रान्त बनाओ की मांग को गाँधीवादी तरीके से उठाता आ रहा है। आजादी के पहले और आजादी के बाद के बुन्देलखण्ड क्षेत्र का तुलनात्मक अध्ययन करें तो हम पाते हैं कि देश के इस सबसे पिछड़े भूभाग की व नागरिकों की दिशा और दशा में कोई आमूलचूल परिवर्तन नहीं आया है। इस जानजागरण अभियान के प्रतिनिधि मण्डल ने अपने इस अभियान को गति देने में उ.प्र. सरकार के राज्यमंत्री मन्नू कोरी, सदर विधायक रामरतन कुशवाहा, जिला पंचायत अध्यक्ष कैलाश निरंजन, नगरपालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि मुन्नालाल जैन, बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड सदस्य प्रदीप चौबे से भी मुलाकात करके बुन्देलखण्ड प्रान्त निर्माण में शामिल होने का सहयोग मांगा। प्रतिनिधि मण्डल जनजागरण अभियान के दौरान अरविन्द यादव, महेन्द्र अग्निहोत्री, सुधेश नायक, सिद्धार्थ शर्मा, राजकुमार कुशवाहा, अमरसिंह बुन्देला, कदीर खां, बी.डी.चन्देल, हनुमत, प्रदीप शामिल रहे।