अवधनामा संवाददाता
डॉक्टर के इंतजार में महिला ने तोड़ा दम,
अयोध्या। (Ayodhya) कोरोना के भय ने डॉक्टरों व मरीजों के बीच इतनी दूरी पैदा कर दी है कि मरीज बिना इलाज काल के गाल में समा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मंगलवार को अयोध्या जिला अस्पताल में देखने को मिला, जहां दोपहर करीब 12:40 बजे 60 वर्षीय सत्यनारायण वर्मा निवासी दौलतपुर जिला अम्बेडकर नगर को उनके परिजनों ने गंभीरावस्था में जिला चिकित्सालय लेकर आये, जहां उन्हें सही समय पर उचित स्वास्थ्य लाभ न मिलने से उनकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों का आरोप है कि मृतक सत्य नारायण वर्मा की ताबियब काफी खराब थी, जिन्हें एम्बुलेंस के जरिये जिला चिकित्सालय लाया गया लेकिन स्वास्थ्य महकमें के किसी भी अधिकारी व कर्मचारी ने कोई रुचि नहीं दिखाई केवल कोरोना संक्रमण के डर वश उन्हें कोई देखने नहीं आया। परिजनों का आरोप है कि मरीज को एम्बुलेंस में लगभग डेढ़ घंटे पर बैठाए रखा, इस पर जब परिजनों ने सवालिया निशान लगाना शुरू किया तो आनन-फानन में मरीज का एंटीजन कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसके बाद उनकी कोविड-19 रिपोर्ट नेगेटिव आई लेकिन तब तक देर हो चुकी थी आखिरकार मरीज की मौत हो गई। वहीं दूसरा मामल जिला अस्पताल के ईएमटी वार्ड में भर्ती एक महिला मरीज का था जिसे मंगलवार की सुबह 9 बजे सांस फूलने की शिकायत होने पर जिला अस्पताल लाया गया। जहां डियूटी पर तैनात चिकित्सक ने पहले तो परिजनों को महिला की बाहर से एमआरआई जांच कराने की पर्ची थमा दी गयी। परिजनों ने महिला के एमआरआई के लिए एक निजी लैब पर 6 हजार रुपये देकर जांच कराई। जांच रिपोर्ट लेकर जिला अस्पताल पहुंचे मरीज को भर्ती कर लिया गया। थाना कोतवाली नगर के हैदरगंज निवासी पुष्पा गुप्ता पत्नी कृष्ण कुमार गुप्ता को मंगलवार की सुबह करीब 9 बजे इमरजेंसी में भर्ती किया गया। भर्ती के बाद महिला ईएनटी वार्ड के बेड नम्बर एक लेटाया गया। पति का आरोप है कि मेरी पत्नी की सांस फूल रही थी उसने जब वहां मौजूद स्टाफ से ऑक्सीजन लगाने को कहा तब वहां मौजूद वार्ड व्यय ने ऑक्सीजन लगाने के एवज में 200 रुपये मांगे गये पीड़ित ने बताया कि पैसे देने के बाद मेरे मरीज को ऑक्सीजन लगाया गया। दोपहर बाद अचानक मेरी पत्नी की हालत बिगड़ने लगी तब उसने स्टाफ नर्स से लेकर इमरजेंसी चिकित्सक तक कई चक्कर लगाने के बाद जब डॉक्टर वार्ड में आये तबतक महिला ने दम तोड़ दिया था। महिला की मौत की खबर सुनकर वार्ड में पहुंचे सीएसएस डॉ. सीबीएन त्रिपाठी ने महिला के बारे में जानकारी लिया और वहां से निकल गये। जब मीडिया ने जानकारी के लिए उन्हें उनके सीयूजी मोबाइल नम्बर पर फोन किया तब उनका मोबाइल बन्द जा रहा था। उधर मृतक महिला के पति ने अस्पताल में जमकर हंगामा काटा और कहा कि यहां कोरोना के चक्कर मे दूसरे मरीजों के साथ लापरवाही की जाती है जिसका सबूत मेरी पत्नी है जिसने इनकी लापरवाही के चलते दम तोड़ दिया।
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