नई दिल्ली/तिरुवनंतपुरम। मोदी सरकार ने चीन में कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित वुहान शहर से 250 से अधिक भारतीयों को बाहर निकालने के लिए कदम उठाने का फैसला किया और इसके संदिग्ध मामलों से निपटने के लिए एहतियातन कई कदम उठाने की घोषणा की।
चीन और कई अन्य देशों में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर वैश्विक चिंताओं के बीच कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में इस संक्रमण से निपटने के लिए भारत की तैयारियों की समीक्षा की गई।
इस बीच, एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि सोमवार तक चीन से 155 उड़ानों में भारत आए कुल 33,552 यात्रियों की जांच की गई। सोमवार को 18 उड़ानों से आए 4,359 यात्रियों की जांच की गई।
Novel #coronavirus update:
As on 27th Jan, 20 samples have been referred to @icmr_niv , Pune for testing.
They have all been tested NEGATIVE for #nCoV.@PMOIndia @drharshvardhan @AshwiniKChoubey @ICMRDELHI @PIB_India @DDNewslive @airnewsalerts @ANI @WHOWPRO
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) January 28, 2020
गौबा की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई एहतियातन कदम उठाने का फैसला किया गया। इसमें नेपाल की सीमा के पास एकीकृत जांच चौकियों के साथ साथ उन अंतरराष्ट्रीय बंदरगाहों पर लोगों की जांच आरंभ करने का फैसला किया गया जहां चीन से लोग आते हैं।
All passengers returning from China and nearby countries affected by Corona virus are being kept under observation for 28 days as per central govt guidelines. All passengers returning from these countries are being screened at 7 airport in India. #coronarovirus
— Ali shaikh (@alishaikh3310) January 24, 2020
अधिकारियों ने बताया कि विदेश मंत्रालय वुहान में फंसे भारतीयों को बाहर निकालने को लेकर चीनी प्राधिकारियों से अनुरोध करेगा।
चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण अब तक 106 लोगों की मौत हो चुकी है और 2,744 लोगों के इससे संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।