5 करोड़ से अधिक लागत से चल रहा 7 पुलों का निर्माण, अफसरों की भूमिका पर सवाल।

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सुलतानपुर। सिंचाई विभाग के शारदा सहायक खंड 16 में स्क्रेप घोटाला प्रकाश में आया है। लाखों के इस गोलमाल में विभागीय अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। जयसिंहपुर विकासखंड क्षेत्र में आधा दर्जन ड्रेन और एक नहर पर पुराने पुल को तोड़कर नए पुल का निर्माण चल रहा है। पुलों को तोड़ने के बाद निकला लोहा कबाड़ी की दुकानों पर पहुंच रहा है। वहीं मलबा भी बेचा जा रहा है।
इन दिनों शारदा सहायक खंड 16 नहर और माइनर पर जर्जर हो चुकी पुलिया के स्थान पर नए पुलों का निर्माण कर रहा है। माइनर पर 3.15 करोड़ की लागत से कुल 6 पुल बनाए जा रहे हैं। जबकि एक करोड़ 88 लाख की लागत से नहर पर भी एक पुल का जीर्णोद्धार चल रहा है। कल 5 करोड़ 13 लाख की लागत से होने वाले इन पुलों के निर्माण के इस्टीमेट में जर्जर पुलों को तोड़ने से लेकर नए पुलों का निर्माण शामिल है। जयसिंहपुर विकासखंड क्षेत्र के पुरुषोत्तमपुर संपर्क मार्ग के अलावा पलिया, बरसोमा, राम बहादुर नदी धाम मार्ग पर पुलिया बनाई जा रही हैं। कई स्थानों पर पोकलैंड मशीनों द्वारा युद्ध स्तर पर तोड़फोड़ का काम हो चुका है कहीं-कहीं नए पुलों का निर्माण भी प्रारंभ हो चुका है। वहीं इन आधा दर्जन से अधिक पुलों को तोड़ने से निकले मलबे को लूटने का खेल भी शुरू है।सूत्रों के मुताबिक तोड़े गए पुलों में से लाखों की कीमत की सरिया निकली हैं। जिन्हें कबाड़ियों की दुकान पर पहुंचाया जा रहा है। इतना ही नहीं रात के अंधेरे में नही बल्कि यह काम दिनदहाड़े खुले आम चल रहा है। जर्जर पुलों के तोड़ने से बड़े पैमाने पर ईंटें, अद्धा और मलबा निकला है,उसे भी निर्माण में लगे लोग बेच रहे हैं। लोहा जहां कबाड़ी खरीद रहे हैं वहीं पुरानी ईंट,अद्धा को गिट्टी तोड़ने वाले व्यापारियों के पास बेचा जा रहा है। इसके अलावा पुल के निर्माण में लगे ठेकेदार और अभियंताओं का गठजोड़ मलबे को पटाई वाले जरूरतमंदों को बेच रहे हैं।विभाग में चल रहे इस लाखों के गोलमाल में विभागीय अधिकारियों की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। जब स्क्रेप घोटाला हो रहा है तो ऐसे में बनने वाले पुलों की गुणवत्ता पर भी अभी से सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
एक्सईन ने सहायक अभियंता को सौंपी जांच–
विभाग में चल रहे गोलमाल को उजागर होता देख अधिशासी अभियंता शरद कुमार ने मामले की जांच करवाने की बात कही है। तोड़फोड़ में निकली सामग्री भी विभाग की संपत्ति है। उन्होंने कहा कि प्रकरण की जांच सहायक अभियंता ध्रुव अग्रवाल को सौंप गई है। श्री कुमार ने कहा कि जांचों उपरांत दोषी पाए गए व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
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