बिना भेदभाव के सभी को समान अधिकार एवं समान अवसर मिले।
मानव अधिकारों के लगातार उल्लंघन से दुनिया स्तर पर राष्ट्र का नुकसान होगा।
10 दिसंबर 2020 लखनऊ। अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर ह्यूमन राइट्स मानिटरिंग और वादा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में जागरूकता कार्यक्रम एवं रैली का आयोजन चारबाग लखनऊ में किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संस्था के निदेशक एवं एक साथ अभियान के प्रभारी अमित मिश्रा ने मानव अधिकार पर प्रकाश डालते हुए कहा की गरिमा की सुरक्षा का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, मजदूरों के अधिकार, भूमि का अधिकार, वस्त्र का अधिकार, भोजन एवं दवा के अधिकार और उत्पीड़न से बचाव और मुफ्त विधिक सहायता के बारे में विस्तार से जानकारी दिया।
उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित समुदाय को यह भी बताया कि मानवाधिकार यह सुनिश्चित करता है कि हर व्यक्ति को भोजन मिले, इन सभी अधिकारों में मानव के भोजन के अधिकार को प्रमुखता से रखा गया है। हम सरकार से अपील करते है की देश में संविधान के अनुसार बिना भेदभाव के सभी को समान अधिकार एवं समान अवसर उपलब्ध कराये।
एचआरएमएफ के सदस्य सुरेश भारती ने कहा कि मानव अधिकारों को पहचान देने, मानवाधिकारों को अस्तित्व में लाने तथा मानवाधिकारों के लिए जारी हर लड़ाई को ताकत देने के लिए हर साल 10 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि दुनियाभर में मानवता के खिलाफ हो रहे जुल्मों-सितम को रोकने तथा उसके खिलाफ संघर्ष को नई परवाज देने में इस दिवस की महत्वपूर्ण भूमिका है। आज पूरे विश्व में मानवाधिकारों का हनन हो रहा है। इसका प्रमुख कारण मानव अधिकारों के प्रति अनभिज्ञ होना है। सरकार को चाहिए कि मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता अभियान चलाएं।
संगठन के सदस्य जितेन्द्र के नेतृत्व में कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए अपने कार्यालय से लेबर ऑफिस चारबाग तक एक जागरूकता रैली निकाली गई और सभी को मानव अधिकारों की सुरक्षा करने की शपथ दिलाई।