अवधनामा संवाददाता
सहारनपुर। देश के प्रथम उपप्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 147वी जयंती एवं प्रथम महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की 38वी पुण्यतिथि पर कांग्रेसजनों ने दोनों नेताओं के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। बाद में एक विचार गोष्ठी का आयोजन कर दोनों नेताओं के योगदान को याद किया।
गुरूद्वारा रोड स्थित जिला कार्यालय पर जिला व कांग्रेस के संयुक्त तत्वावधान व पूर्व विधायक सुरेंद्र कपिल की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व विधायक सुरेंद्र कपिल ने लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल व आयरन लेडी महिला इंदिरा गांधी को नमन करते हुए कहा कि जहां एक ओर पटेल ने छोटी-छोटी रियासतों को भारत में जोड़कर एक मजबूत भारत गणराज्य के गठन का मार्ग प्रशस्त किया, वहीं दूसरी ओर श्रीमती गांधी ने 1971 में पाकिस्तान के दो टुकड़े करके बांग्लादेश का निर्माण और सिक्किम को भारतीय गणराज्य में शामिल किया। विचार गोष्ठी का संचालन महानगर सेवादल अध्यक्ष अमरदीप जैन ने किया। गोष्ठी को संबोधित करने वालों में मुख्य रूप से काजी शौकत हुसैन, जिला प्रवक्ता गणेश दत्त शर्मा, उपाध्यक्ष मनीष त्यागी, जिला कोषाध्यक्ष हरिओम मिश्रा, पार्षद सरदार चंद्रजीत सिंह निक्कू, एआईसीसी सदस्य अशोक सैनी, धर्मवीर जैन आदि ने दोनों नेताओं के द्वारा देश के विकास में योगदान को सराहा। इस अवसर पर जिला सचिव योगी वीरसेन उपाध्याय, महानगर संगठन प्रभारी सौरभ भारद्वाज, इकराम खान, अमित विश्वकर्मा, प्राणनाथ, दानिश खान, इरशाद, सतीश कुमार एड., प्रमोद कुमार, यूनुस अंसारी, गुलशेर अल्वी, नासिर, जमाल अहमद, डॉक्टर अनिल कुमार, प्रवीण कुमार, अश्वनी शर्मा, राहुल सिंह, अशोक कुमार, जवार अहमद, राकेश वर्मा, गुलशेर अहमद शाह आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
इसके अलावा राष्ट्रीय लोकदल ने आज सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उनकी 148वीं जयंती धूमधाम से मनाई। देहरादून चौक स्थित राष्ट्रीय लोकदल के कार्यालय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। रालोद के कार्यकारी जिलाध्यक्ष राव कैसर एवं प्रदेश महासचिव चौधरी धीर सिंह ने कहा कि स. वल्लभभाई पटेल की नीतियां आज अपने आप में एक अलग महत्व रखती है। उन्होंने राजनीति को धर्म एवं जातिवाद से ऊपर उठकर देखा। अलग-अलग रियासतों को भारत संघ के रूप में एक माला में पिरोया एवं प्रथम उप प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री के पद को सुशोभित किया। उन्होंने कहा कि पटेल जी की नीति, विचार आज के परिपेक्ष में नितांत आवश्यक है। आज देश को पटेल जी की नीतियों की आवश्यकता है, जिससे अखंड भारत बना रह सकंे। विचार गोष्ठी में रविंद्र गुर्जर प्रधान, चौधरी अतुल फन्दपुरी, हरपाल बाल्मीकि, फखरुल इस्लाम ,शौकीन राणा, कुंवर अल्तमश, सतपाल कालड़ा, आसिफ पार्षद, राजन कांगड़ा, सूर्य गुर्जर प्रधान ,नीरज चौधरी, मोनू अब्बासी ,जाहिद चांद, अमरीश, सुरेश पाल चिकारा ,नरेश चिकारा ,हाजी सुल्तान राव शहजाद आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।