अवधनामा संवाददाता
हिस्ट्रीशीटर पर स्थानीय पुलिस चौकी से मिली भगत के लगाये आरोप
बांदा । हिस्ट्रीशीटर माफिया सुमित से मिलकर बलखण्डी नाका चौकी पुलिस ने पीड़ित पर सुलह समझौता करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया है। पीड़ित ने डीआईजी को शिकायती प्रार्थना पत्र देकर मामले की निष्पक्ष जांच सहित दोषियों पर कार्यवाही किये जाने की मांग की है। डीआईजी ने पीड़ित की फरियाद को सुनकर न्याय दिलाये जाने का भरोसा दिलाया।
पीड़ित मोहन तिवारी पुत्र सूरजबली तिवारी निवासी दीपसिखा कालोनी इंदिरा नगर ने बताया कि वह भाजपा कार्यकर्ता है। बीती 21 दिसम्बर 2022 की रात समय लगभग 10 बजे कर्बला से अपने घर मोटर साइकिल में जा रहा था तभी कंधरदास तालाब के पास हिस्ट्रीशीटर दबंग सुमित पुत्र अमरजीत व पांच अन्य लोगों ने मुझे देखते हुये शराब के नशे में मेरे ऊपर फायर किया, और अपने साथियों से सुमित ने कहा कि बचने न पाये गाली देते हुये कहा कि जान से मार दो, मैं किसी तरह से बचा तो पुनः सुमित ने राइफल से दोबारा फायर किया। मैं किसी तरह से अपनी जान बचाकर गाडी लेकर भाग गया। मोहल्लेवालों ने बलखण्डीनाका चौकी में तैनात दीवान शुक्ला को घटना की सूचना दी, उन्होंने सिपाही पाल को घटना के बारे में बताया तो सिपाही ने अभियुक्तों को पकड़ने की बजाए उनको घटनास्थल से भागने के लिये फोन से सूचित कर दिया और पुलिस उच्चाधिकारियों को घटना झूठी बताकर गुमराह किया जा रहा है।
पीड़ित ने चौकी में तैनात सिपाही पाल और हिस्ट्रीशीटर माफिया सुमित के द्वारा आये दिन फोन करके समझौता करने की हिदायत दी जा रही है, और कहा जा रहा है कि मुकदमेंबाजी के चक्कर में पड़ोंगे तो परेशान हो जाओंगे। पीड़ित ने डीआईजी को दिये गये पत्र में कहा है कि सुमित जिले के मजारिया हिस्ट्रीशीटर व माफिया किस्म का व्यक्ति है, खुद को समाजवादी पार्टी का नेता व गुण्डा बताता है, इसके विरुद्ध कोतवाली नगर में एक दर्जन से अधिक संगीन अपराधों के नामजद मुकदमें दर्ज है, इसके साथ ही जिले के अन्य थानों में भी कई मामले विचाराधीन है। पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज कर हिस्ट्रीशीटर माफिया सुमित व पांच अन्य लोगों के विरुद्ध नामजद मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की जाये और मेरी जानमाल की रक्षा की जाये।