सुचिता, पारदर्शिता व निष्पक्षता से साथ संपन्न कराएं बोर्ड की परीक्षाएं : डीएम

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अवधनामा संवाददाता

परीक्षा के दौरान छोटी सी गड़बड़ी हुई तो आरओ–एआरओ की होगी जवाबदेही

यूपी बोर्ड परीक्षा को लेकर आरओ-एआरओ की डीएम ने ली बैठक

कुशीनगर। समीक्षा अधिकारी (आर.ओ.) व सहायक समीक्षा अधिकारी (ए.आर.ओ.) की परीक्षा को कुशलतापूर्वक संपन्न कराने को लेकर गुरुवार की शाम जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में बैठक संपन्न हुई।

उन्होंने सभी स्टेटिक एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक, केंद्र पर्यवेक्षक व सहायक केंद्र व्यवस्थापकों को निर्देश दिया कि परीक्षा की जो नियम-शर्तें आयोग ने निर्धारित की हैं, उनके अनुरूप ही परीक्षा संपन्न होगी। सचेत किया कि किसी शिक्षक, चपरासी या अन्य कोई भी परीक्षा केंद्र का स्टाफ मोबाइल नही रखेगा। सभी परीक्षा केंद्र कंट्रोल रूम, गैलरी, और कक्ष सीसीटीवी कैमरे से युक्त होने चाहिए। अगर कहीं नहीं कैमरे लगे तो शीघ्र लगवा लें। परीक्षा दो सत्रों में पूर्वाह्न 9.30 से 11.30 बजे तक तथा अपराह्न 2.30 से 3.30 तक निर्धारित की गई है। 10 मिनट पूर्व सभी परीक्षा केंद्रों के गेट बंद कर दिए जाएंगे। इसलिए सभी परीक्षार्थियों से अनुरोध से समय के अंतर्गत अपने निर्धारित स्थान ग्रहण कर लें। समय सीमा के उपरांत किसी भी परीक्षार्थी को प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। पेपर बाटने से लेकर ओ.एम.आर. प्राप्ति तक समस्त कार्य आयोग के निर्देश के अनुसार हो। किसी भी स्तर पर छोटी से छोटी गलती भी अक्षम्य होगी। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी संज्ञान में आई तो व्यक्तिगत रूप से जवाबदेही तय करते हुए संबंधित जिम्मेदार पर बड़ी कार्रवाई होगी। अपर जिलाधिकारी वैभव मिश्रा ने परीक्षा प्रारंभ होने से लेकर और समाप्ति तक के सभी बिंदुओं के बारे में बैठक में शामिल सभी को अवगत कराया। बताया कि जनपद में 20 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने केंद्र व्यवस्थापक, सेक्टर मजिस्ट्रेट आदि द्वारा सम्पादित कराए जाने वाले क्रियाकलापों/कार्यों से अवगत कराया। बैठक में शामिल यूपी लोक सेवा आयोग के समन्वयक एवं पर्यवेक्षक ने भी परीक्षा संबंधी जानकारी दी।

बहुत ही संवेदनशील व महत्वपूर्ण है परीक्षा

विकास भवन सभागार में समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा को लेकर जिलाधिकारी ने कहा कि आरओ एआरओ की परीक्षा पूर्णतः सुचिता, पारदर्शिता, निष्पक्षता पूर्ण रूप से कराना है। यह बहुत ही संवेदनशील व महत्वपूर्ण कार्य है। इस लिए सभी स्टेटिक एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक, केंद्र पर्यवेक्षक व केन्द्र सहायक पहले ही यह देख लें कि किसी भी केंद्र पर कोई कमी न रह जाए। कमरों में सीसीटीवी कैमरा, डिस्प्ले बोर्ड, रिकार्डिंग, शौचालय, बाउंड्री व प्रकाश एवं विद्युत की उचित व्यवस्था पूरी तरह सही हो और आयोग द्वारा निर्धारित दिशा निर्देशों के अनुरूप हो। सभी केंद्र व्यवस्थापक और शिक्षकों की ट्रेनिंग समय से जिला विद्यालय निरीक्षक करा ले। परीक्षार्थियों की सीटिंग व्यवस्था और बाहर बैठने की व्यवस्था भी देख लेंगे। तथा आसपास अन्यास भीड़ भाड़ न हों। कोई भी अवांक्षित व्यक्ति परीक्षा केंद्रों पर उपस्थित नहीं रहेगा। परीक्षार्थियों से गलत व्यवहार कदापि न करें। इसके अलावा स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी इन निर्देशों का अनुपालन अपने स्तर से भी सुनिश्चित कराएंगे। अन्त में जिलाधिकारी ने कहा कि जिनको जो जिम्मेदारी दी गई है वे ईमानदारी व जिम्मेदारी के साथ निर्वहन करना सुनिश्चित करें।

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