अवधनामा संवाददाता
प्रयागराज।पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत कताई मिल के श्रमिक तीन दिवसीय उपवास के प्रथम दिन रविवार को 60 वर्षीय श्रमिकों ने पूरे दिन सिर्फ चाय पीकर मौनव्रत रहे।दूसरे दिन केवल जल पीकर उपवास रखा और तीसरे दिन निराजल व्रत रखा,जिससे दो श्रमिकों रघुनंदन गुप्ता और कड़े नाथ पांडेय की हालत खराब देख यूनियन के मंत्री रामप्रताप पांडेय ने एंबुलेंस से उन्हें अस्पताल भेजा, जहां उनका इलाज चल रहा है।डाक्टरों के अनुसार दोनों श्रमिकों की हालत सामान्य है। बिना कुछ खाए उपवास के कारण हालत गंभीर हुई है। किंतु प्रशासन की संवेदन हीनता की वजह से कोई भी प्रशासनिक कर्मचारी उपवास पर बैठे श्रमिकों की हाल-चाल पूछने के लिए उपस्थित नहीं हुए । आज के उपवास में प्रमुख रूप से शिवचंद यादव रघुनंदन गुप्ता, कड़े नाथ पांडे,सुरेंद्र प्रताप गौतम, शेषमणि शुक्ला, कृपाशंकर शुक्ला, राम बहादुर यादव, सूर्यमणि यादव सहित अन्य श्रमिक उपवास के समय मौजूद रहे।गौरतलब है किमेजा कताई मिल के श्रमिक अपनी मांगों के समर्थन में उद्योग मंत्री नंद गोपाल गुप्ता की अध्यक्षता में त्रिपक्षीय वार्ता कराने हेतु 16 अगस्त 2022 से सत्याग्रह आंदोलन के क्रम में अनवरत दिन-रात धरना पर बैठे हैं, किंतु आज तक मंत्री द्वारा एवं शासन में बैठे अधिकारियों द्वारा तथा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों द्वारा बराबर कताई मिल श्रमिकों की उपेक्षा की जा रही है।संघ का आरोप है कि उद्योग मंत्री मिल के अधिकारियों की बात सुन लेते हैं और भरोसा कर लेते हैं लेकिन अपने ही जिले एवं क्षेत्र के इन मजदूरों की बात सुनने हेतु न तो समय दे रहे हैं और ना ही त्रिपक्षीय वार्ता कराने हेतु तिथि निश्चित करा रहे हैं। धरना पर बैठे श्रमिकों ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री एवं उद्योग मंत्री से गुहार लगाई है।