अवधनामा संवाददाता
अवधनामा (सोनभद्र/ब्यूरो)। नीति आयोग के आकांक्षी जनपद सोनभद्र में आई०टी०सी० मिशन “सुनहरा कल और सहयोगी संस्था पानी संस्थान के द्वारा कृषि विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत कृषि भवन, मंगुराही स्थित सभागार कक्ष में गुरुवार को जनपद स्तरीय कार्यशाला प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन उप कृषि निदेशक, सोनभद्र की अध्यक्षता में रबी सीजन के मुख्य फसलों पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम जय प्रकाश, उप कृषि निदेशक, सोनभद्र जी ने बताया कि आई०टी०सी. बहुत पुराने समय से सामाजिक कार्य कर रही है जिसमें नई नई तकनीकी की जानकारी देती रहती है जिससे यहाँ पर उपस्थित मास्टर ट्रेनर्स को जनपद स्तरीय कार्यशाला से प्रशिक्षित होकर न्याय पंचायत स्तरीय कृषि कार्मिकों को प्रशिक्षित करें, जिससे कृषि विकास कार्यक्रम को ग्राम स्तर तक पहुंचाया जा सके तथा जनपद स्तरीय कार्यशाला में उन्होने बताया कि किस प्रकार से कृषक कम लागत में अधिक उपज उत्पादन प्राप्त कर सके, जिसके लिए सही समय से बुवाई, भूमि शोधन, बीज शोधन, समय से सिंचाई एवं संतुलित उर्वरकों का प्रयोग करके अपने उत्पादन का सही मूल्य प्राप्त कर सकते है जिससे कृषक अपनी आय दुगुनी कर सकते है।
आई०टी०सी० के पदाधिकारी धनेश कुमार गर्ग ने रबी 2023 में जनपद स्तरीय कार्यशाला में बताया कि नीति आयोग के आकाक्षी जनपद सोनभद्र में नीति आयोग के तहत आई०टी०सी मिशन सुनहरा कल कार्यकम का संचालन 2018-19 से लागातार किया जा रहा है। जिसमें फेज-2 में इण्टर लाईजेशन आफ कैश कैड ट्रेनिंग जनपद के मुख्य फसल धान, मक्का, गेहूँ चना सरसों इत्यादि फसलों का काफ माड्यूल कृषि विज्ञान केन्द्र सोनभद्र द्वारा तैयार किया जा रहा है। एग्रीकल्चर डेवलपमेन्ट फेम वर्क के 04 बिन्दुओं पर काम कर रहा है। 1-नालेज इन पावरमेन्ट 2- नेचुरल रिसॉस मैनेजमेन्ट 3-इन टयूशनल सर्पोट 4-लाईबली हुड डाईवर्सीफिकेशन व जनपद के पायलट बिन्दु व जनपद के डाटा रैकिंग इत्यादि पर जानकारी दी। पानी संस्थान के परियोजना समन्वय दिनेश कुमार यादव ने प्राकृतिक खेती और शौच खाद के बारे में विस्तृत जानकारी दी। जो माडल विलेज के रूप में हमारे 50 गाँव विकसित किये गये है। और कृषि विभाग के डा० सुधीर कुमार खन्ना, व०प्रा०स० आई०टी०सी० काफ माड्यूल से गेहूँ और चना की खेती के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उद्यान विभाग के सहायक जिला उद्यान अधिकारी आशीष कुमार सिंह, ने माइको इरीगेशन में ड्रिप, रैन गन, स्प्रिंकलर सिंचाई एवं पोर्टेबल सिंचाई इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। मृदा परीक्षण अध्यक्ष किरण ने मृदा नमूना ग्रहण एवं उपयोगिता के बारे में जानकारी दी गयी। इस कार्यकम में सुबाष चन्द्र यादव (एस०एम०एस), आशु बिन्द सिंह (ए०पी०सी.) जनपदक के समस्त सहायक विकास अधिकारी (कृषि), समस्त बी०टी०एम० एवं टी०ए०सी० उपस्थित रहे।