संभल अवधनामा संवाददाता सम्भल के मोहल्ला ख्वास खां सराय निवासी और सामाजिक कार्यकर्ता सैयद गुलज़ार अहमद हाशमी ने रायसत्ती फीडर की दुर्दशा और उसमें व्याप्त भ्रष्टाचार, पक्षपात और तकनीकी लापरवाही को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री माननीय श्री ए.के. शर्मा जी को दिनांक 05 अगस्त 2025 को एक विस्तृत शिकायत पत्र प्रेषित किया है। इस पत्र में सम्भल के हजारों घरेलू उपभोक्ताओं की समस्याओं को विस्तारपूर्वक रखा गया है।
श्री हाशमी का कहना है कि रायसत्ती फीडर अब आम जनता के लिए बिजली का नहीं, बल्कि अनियमितता, पक्षपात और अंधेरे का प्रतीक बन चुका है। हल्की सी बारिश या हवा में घंटों बिजली कट जाती है, वहीं वाणिज्यिक फीडरों को प्राथमिकता देकर घरेलू आपूर्ति को जानबूझकर बाधित किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि फीडर के जेई द्वारा फर्जी लॉग शीट तैयार की जाती है, जिनमें 22 घंटे की बिजली आपूर्ति दर्शाई जाती है, जबकि हकीकत में कई मोहल्लों में 6 से 8 घंटे तक बिजली नहीं रहती।
₹439 करोड़ की रिवैंप योजना लागू होने के बावजूद भी पुराने तार, पोल, इंसुलेटर और ट्रांसफार्मर अब तक नहीं बदले गए हैं। पेड़ों की डालियाँ अभी भी बिजली की लाइनों से टकरा रही हैं, जिससे शॉर्ट सर्किट और दुर्घटनाओं का खतरा बना हुआ है।
उन्होंने बताया कि उनकी पूर्व में की गई तीन शिकायतों का निस्तारण बिना किसी वास्तविक जांच के कर दिया गया, जो विभागीय पारदर्शिता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।
शिकायत पत्र में उन्होंने मांग की है कि जेई और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों पर निष्पक्ष जांच कर विभागीय कार्रवाई की जाए, फर्जी रिपोर्टिंग और पक्षपातपूर्ण आपूर्ति प्रणाली की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए, और घरेलू उपभोक्ताओं को प्राथमिकता दी जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के सम्भल दौरे से ठीक एक दिन पहले इस शिकायत को सार्वजनिक करते हुए श्री हाशमी ने अपील की है कि मुख्यमंत्री इस जनहित के गंभीर विषय में स्वयं संज्ञान लें और ठोस कार्रवाई का आदेश दे