11 जुलाई से 31 जुलाई तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा
इटावा। जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में मंगलवार को विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान तथा संचारी रोगों एवं दिमागी बुखार पर नियंत्रण के संबंध में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित की गई।बैठक में जिलाधिकारी ने बताया गया कि 1 जुलाई से 31 जुलाई तक संचारी रोग अभियान चलाया जाएगा एवं 11 जुलाई से 31 जुलाई तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा।उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि आशा ए0एन0एम0द्वारा घर-घर जाकर लोगों को जागरूक किया जाए।
उन्होंने बताया कि घरों के आसपास जलभराव ना होने दें तथा सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग किया जाए, नालियों की साफ-सफाई एवं फॉगिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए,घर के अंदर जानवरों को ना रखा जाए।उन्होंने कहा कि कुपोषित बच्चों को चिन्हित अवश्य किया जाए तथा सड़कों के किनारे झाड़ियों को कटवाया जाए।उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि ग्राम स्तर पर ग्राम प्रधान को नोडल बनाया जाए तथा ब्लॉक स्तर पर एम.ओ.आई.सी.को नोडल बनाया जाए। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकायों पर संवेदीकरण की बैठक की जाए एवं ब्लॉक स्तर पर 3 जुलाई से 8 जुलाई के मध्य बैठक की जाए तथा 26 तक माइक्रो प्लान उपलब्ध कराया जाए।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए की समय से पहले स्टीकर छुपाए जाएं साथी उन्होंने यह भी निर्देश दिए की ब्लॉक स्तर पर एक टीम बनाकर भ्रमण कराया जाए जिसे कहीं बीमारी की सूचना मिलते ही तुरंत तत्काल मौके पर पहुंच जाए।उन्होंने जिला विश्व शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए की स्कूलों में प्रार्थना के समय बच्चों को संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत जागरूक किया जाए एवं उनके द्वारा जागरूकता रैली भी निकली जाए।
उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल पर डेंगू बढ़ अभी से बना लिया जाए मलेरिया एवं डेंगू किट सभी पीएससी,सीएससी पर उपलब्ध होनी चाहिए।उन्होंने कहा की गति वर्षों में जो गांव इस महामारी से प्रभावित हुए थे वहां पर जाकर अभी से अभियान चलाया जाए वहां के लोगों को जागरूक किया जाए जिससे वहां पर फिर से बीमारियां न होने पाए।उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए की एक टीम अभी से बना ली जाए जिससे सूचना मिलते ही टीम तत्काल मौके पर पहुंचे इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिए की समस्त मोक को यह पता होना चाहिए कि किस क्षेत्र से ज्यादा से ज्यादा मरीज आ रहे हैं उनके द्वारा उसे स्थान पर जाकर तत्काल उनका उपचार किया जाए।बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार गौतम,मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बृजेंद्र कुमार,पशु चिकित्सा अधिकारी मनोज कुमार , जिला पंचायत राज अधिकारी बनवारी सिंह,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार,समस्त एम.ओ.आई.सी. सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।