हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला सहित अन्य स्थानों में बुधवार को धूप खिलने से मौसम खुशगवार बना हुआ है। हालांकि न्यूनतम तापमान में गिरावट आने से रातें सर्द होती जा रही हैं। राज्य की ऊंची चोटियों पर बीती रात हुए हल्के हिमपात से पहाड़ी इलाकों में ठंड बढ़ गई है। जनजातीय क्षेत्रों में सीजन की सबसे सर्द रात रही।
जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के मुख्यालय में बुधवार को न्यूनतम तापमान 3.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और यह राज्य में सबसे ठंडा स्थल रहा। बीती रात केलंग के पारे में 3.1 डिग्री की गिरावट आई। लाहौल-स्पीति के ही कुकुमसेरी में न्यूनतम पारा 4.2 डिग्री और किन्नौर के कल्पा में 7 डिग्री और समधो में 9.3 सेल्सियस रिकार्ड किया गया। न्यूनतम तापमान में आ रही गिरावट से लाहौल-स्पीति में प्राकृतिक जलस्रोतों का पानी जमना शुरू हो गया है।
अन्य शहरों की बात करें तो शिमला में न्यूनतम पारा 13.2 डिग्री, सुंदरनगर में 15.9 डिग्री, भुंतर में 13.9 डिग्री, धर्मशाला में 16, ऊना में 16.4 डिग्री, नाहन में 18.9 डिग्री, पालमपुर में 13 डिग्री, सोलन में 16 डिग्री, मनाली में 10.2 डिग्री, कांगड़ा में 15.8 डिग्री, मंडी में 18.3 डिग्री, बिलासपुर में 19.1 डिग्री, चम्बा व डल्हौजी में 15.3 डिग्री, जुब्बड़हट्टी में 15.9 डिग्री, भरमौर में 12 डिग्री, सियोबाग में 13.5 डिग्री, कसौली में 16.2 डिग्री और सराहन में 11.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।
मौसम विभाग ने अगले छह दिन बारिश-बर्फबारी की सम्भावना से इंकार किया है। मौसम के साफ रहने से अधिकतम तापमान के सामान्य रहने का अनुमान है, जबकि न्यूनतम तापमान में हल्की गिरावट आएगी।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि आगामी 15 अक्टूबर तक राज्य में पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी नहीं रहेगा। इससे पूरे राज्य में मौसम साफ बना रहेगा। उन्होंने कहा कि बीते 24 घण्टों के दौरान अधिकतम व न्यूनतम तापमान में बड़ा बदलाव नहीं आया है। इस दौरान जनजातीय जिलों लाहौल-स्पीति व किन्नौर के रात के तापमान में गिरावट आई है और इन जिलों में ठंड का प्रकोप तेज़ हुआ है।