कोल इंडिया चेयरमेन ने सिंगरौली को दी 5 लेन सीसी रोड की सौगात

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अवधनामा संवाददाता

प्रोजेक्ट डिजिकोल के लिए एनसीएल मुख्यालय में “डिजिटल वार-रूम” का भी हुआ उदघाटन

सोनभद्र/सिंगरौली सोमवार को कोल इंडिया के चेयरमेन श्री प्रमोद अग्रवाल ने नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) द्वारा नव निर्मित वेस्ट जयंत सब-स्टेशन से काँटा मोड़ तक 5 लेन सीसी रोड का उद्घाटन कर सिंगरौलीवासियों को एक नई सौगात दी। सिंगरौली क्षेत्र के दीर्घकालिक विकास व पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एनसीएल का यह एक अहम प्रयास है।

उदघाटन के अवसर पर सीएमडी एनसीएल श्री भोला सिंह, कोल इंडिया लिमिटेड के निदेशक (बिज़निस डेवलपमेंट) श्री देवाशीष नंदा, एनसीएल के निदेशक(तकनीकी/संचालन) डॉ अनिंद्य सिन्हा, निदेशक(कार्मिक), श्री मनीष कुमार, एवं निदेशक (वित्त) श्री रजनीश नारायण, निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) श्री जितेंद्र मलिक क्षेत्रीय महाप्रबंधक, मुख्यालय के महाप्रबंधक/विभागाध्यक्ष , एनसीएल के जेसीसी सदस्य, सीएमओएआई सचिव, एवं अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

नव निर्मित पाँच लेन सड़क 3.1 किलोमीटर लंबी व 18 मीटर चौड़ी हैं जिसमें डिवाइडर के माध्यम से कोयला परिवहन व आम यातायात के लिए अलग-अलग व्यवस्था है। इस सड़क के बन जाने से ट्रैफिक जाम तथा वायु प्रदूषण में कमी आएगी । इस सड़क के चालू होने से सड़क सुरक्षा व प्रदूषण नियंत्रण की कंपनी की मुहिम को बल मिलेगा । यह सड़क अपने तकनीकी विशेषता व जन सुविधाओं की दृष्टि से सिंगरौली परिक्षेत्र में एक मिशाल है व सड़क के बीच रोड लाइट, क्रैश बैरियर, रिटेनिंग वॉल, ड्रेनेज आदि बनाए गए हैं। मोरवा से जिला मुख्यालय को जोड़ती हुई यह सड़क सिंगरौली परिक्षेत्र के लोगों के आवागमन के समय में भी कमी लाएगी व जयंत से सिंगरौली के बीच की दूरी 700 मीटर तक कम करेगी।

“डिजिटल वार-रूम” का भी हुआ उदघाटन
सोमवार को ही कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) के चेयरमेन श्री प्रमोद अग्रवाल ने एनसीएल मुख्यालय में ‘प्रोजेक्ट डिजिकोल’ के तहत निर्मित “डिजिटल वार-रूम” का शुभारंभ किया। ‘प्रोजेक्ट डिजिकोल’ डिजिटलीकरण के माध्यम से एनसीएल के खनन कार्यों को भविष्य के लिए तैयार करने में मदद करेगा।

कोल इंडिया, ‘प्रोजेक्ट डिजिकोल’ के तहत डिजिटाइजेसन के माध्यम से अपनी 7 बड़ी खदानों की उत्पादन व उत्पादकता बढ़ाने जा रही है। जिसमें एनसीएल की 4 खदाने (निगाही, जयंत, दुधीचुआ और खड़िया ) व एसईसीएल की 3 खदाने शामिल हैं ।

‘प्रोजेक्ट डिजिकोल’ को एनसीएल में 17 डिजिटल मॉड्यूल के रूप में कार्यान्वित किया जा रहा है। ये डिजिटल मॉड्यूल लगभग संपूर्ण खनन प्रक्रियाओं को शामिल कर रहें हैं । इसके माध्यम से भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया के डिजिटलीकरण से लेकर डिस्पैच रिकॉर्ड तक डिजिटल डैशबोर्ड पर उपलब्ध होंगे।

डिजीकोल प्रोजेक्ट से एनसीएल में एक बेहतर अनुकूलित खनन प्रणाली आएगी। प्रोजेक्ट डिजिकोल से आने वाले समय में एनसीएल की खदाने भारत की सबसे डिजिटल खदानों के रूप से उभरेंगी ।

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