अवधनामा संवाददाता
खुद एवं परिजनो को दवा खिलाकर करें फाइलेरिया रोग से बचाव
बाराबंकी। जनपद में गुरुवार से फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम शुरु हो गया है। यह अभियान 27 मई तक चलाया जायेगा। इस दौरान सीएमओ डा अवधेश कुमार यादव ने स्वंय फाइलेरिया से बचाव की दवा खाकर फाइलेरिया उन्मूलन अभियान का जिला चिकित्सालय से शुभारंभ किया। साथ ही सीएमओ कार्यलय एवं फाइलेरिया क्लिनिक में तैनात अधकारियों एवं कर्मचारियों व उस मौके पर उपस्थित अन्य लोगों को भी दवा खिलाई गई।
इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा हमें अपने जिले से ही नहीं इस देश से भी फाइलेरिया रोग का समूल नाश करने के लिए अभियान के दौरान स्वास्थ्य कर्मी के सामने ही दवा का सेवन करना है। सीएमओ ने जिले के बेसिक शिक्षा विभाग, ग्राम विकास, पंचायती राज विभाग, सूचना विभाग, आईसीडीएस, स्वंय सहायता समूह, नगर विकास विभाग सहित अन्य विभाग के सहयोग से अभियान को शत-प्रतिशत सफल बनाने के एकजुट होकर सक्रिय रहने की अपील की।
एसीएमओ एवं नोडल अधिकारी डा डीके श्रीवास्तव ने कहा कि प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया रोग के बारे में जागरूक किया। साथ ही अपने सामने दवा खिलाया। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया से मुक्ति के लिए जनपद बाराबंकी को आईडीए कार्यक्रम के तहत चयनित किया गया है । इसलिए फाइलेरिया से बचाव की दवा वर्ष में एक बार व दो वर्ष में दो बार ही सेवन करना है। जिला मलेरिया अधिकारी डा अविनाश चंद्र ने कहा कि अभियान में लोगों को उनके आयु एवं शारीरिक लम्बाई के अनुसार फाइलेरिया रोधी दवा एल्बेण्डाजॉल, डीईसी एवं आइवरमेक्टिन की दवा खिलाई गई। इसके लिए 3064 स्वास्थ्य कर्मियों ने लंबाई नापने का टूल्स उपयोग किया । साथ ही उन्होंने 2 वर्ष से छोटे बच्चो, गर्भवती महिलाओ, गंभीर रोग से ग्रसित व्यक्तियों को छोड़कर घर में मौजूद सभी व्यक्तियों को दवा कार सेवन कराया।
इस मौके पर सीएमएस डॉ. बृजेश कुमार, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा केएनएम त्रिपाठी, डीएमओ अविनाश चंद्र, जिला फाइलेरिया नियंत्रण अधिकारी नीलम द्विवेदी तथा अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे ।