Beneficiaries of CM Yuva Udyami Yojana पांचों युवाओं ने सिर्फ अपनी सफलता की कहानी साझा नहीं की बल्कि इस बात पर भी जोर दिया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस योजना को सिर्फ घोषणाओं तक सीमित नहीं रखा बल्कि प्रभावी कार्यान्वयन के जरिए इसे युवाओं के जीवन से जोड़ा है। इसके लिए सभी ने मुख्यमंत्री का आभार जताया और उन्हें धन्यवाद कहा।
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘सीएम युवा योजना’ आज उत्तर प्रदेश के युवाओं के सपनों को पंख दे रही है। सीएम युवा कॉन्क्लेव के दौरान योजना के पांच लाभार्थियों ने बुधवार को मंच से अपने अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे यह योजना उनके लिए सिर्फ एक आर्थिक सहयोग नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता की राह का मार्गदर्शन बनी।
इन पांचों युवाओं ने सिर्फ अपनी सफलता की कहानी साझा नहीं की, बल्कि इस बात पर भी जोर दिया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस योजना को सिर्फ घोषणाओं तक सीमित नहीं रखा, बल्कि प्रभावी कार्यान्वयन के जरिए इसे युवाओं के जीवन से जोड़ा है। इसके लिए सभी ने मुख्यमंत्री का आभार जताया और उन्हें धन्यवाद कहा।
कानपुर की प्रभनूर कौर: बेंगलुरू से सीखी ट्रेनिंग, अब केक्स की क्वीन
कानपुर की प्रभनूर कौर एक बेकरी चलाती हैं, जिसमें लग्जरी और कस्टमाइज केक बनाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि बेंगलुरु से ट्रेनिंग लेने के बाद वे कुछ करना चाहती थीं, लेकिन संसाधनों की कमी आड़े आ रही थी। जब उन्हें जिला उद्योग कार्यालय से सीएम युवा योजना की जानकारी मिली, तो उन्होंने आवेदन किया और 4.25 लाख रुपये का लोन प्राप्त किया। इसकी सहायता से उन्होंने एक बेकरी स्टूडियो खोला और अब अपने साथ-साथ कई अन्य लोगों को भी रोजगार दे रही हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार ने ऐसा मंच दिया, जहां युवाओं को अपने सपने पूरे करने का अवसर मिल रहा है।
लखनऊ के विजय पाण्डेय : लकड़ी के खिलौनों से 16 जिलों में कारोबार
विजय पाण्डेय लकड़ी के खिलौने बनाते हैं और अब उत्तर प्रदेश के 16 जिलों में उनकी सप्लाई कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास हुनर तो था, लेकिन पूंजी नहीं। सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें सीएम युवा योजना के बारे में जानकारी मिली, जिसके बाद जिला उद्योग केंद्र से संपर्क कर उन्होंने आवेदन किया। 15 से 20 दिनों के भीतर लोन स्वीकृत हुआ और अब वे 15 से ज्यादा लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं। विजय कहते हैं कि मुख्यमंत्री जी ने न केवल यह योजना बनाई, बल्कि इसे धरातल पर भी पूरी प्रतिबद्धता से लागू किया।
लखनऊ की तूबा सिद्दीकी: नेचुरल क्लीनर से देशभर में पहचान बनाई
लखनऊ की बायोटेक्नोलॉजिस्ट तूबा सिद्दीकी ने नेचुरल क्लीनर प्रोडक्ट के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। शुरुआत में उन्होंने लोन लेने को लेकर संकोच किया, लेकिन जब सीएम युवा योजना के बारे में सुना तो उन्होंने प्रयास किया और सिर्फ 15 दिन में लोन स्वीकृत हो गया। अब वे 10 से अधिक लोगों को रोज़गार दे रही हैं और उनके उत्पाद दिल्ली-मुंबई जैसे महानगरों तक पहुंच रहे हैं। तूबा ने कहा कि आज मैं गर्व से कह सकती हूं कि मैंने अपनी जगह खुद बनाई है, वो भी एक महिला उद्यमी के रूप में।
लखनऊ के शशांक चौरसिया : फार्मा की नौकरी छोड़ किया क्रिएटिव स्टूडियो
लखनऊ के शशांक चौरसिया फार्मासिस्ट हैं और बेंगलुरु में नौकरी करते थे, लेकिन उन्होंने खुद का कुछ शुरू करने का फैसला किया। सीएम युवा योजना के तहत उन्होंने एक स्टूडियो की शुरुआत की, जिसमें वेडिंग फोटोशूट और कॉमर्शियल शूट्स किए जाते हैं। आज खुद के लिए ही नहीं, अन्य युवाओं के लिए भी रोज़गार के अवसर बना रहे हैं। आज उनका टर्नओवर चार-पांच लाख रुपये तक पहुंच गया है।
सीतापुर के अमरदीप सिंह : फिजियोथेरेपिस्ट से बने सेंटर ओनर
सीतापुर के अमरदीप सिंह एक फिजियोथेरेपिस्ट हैं, पारिवारिक जिम्मेदारियों और आर्थिक स्थिति के चलते बाहर नहीं जा सके। एक मित्र के माध्यम से उन्हें सीएम युवा योजना की जानकारी मिली। लोन मिलने के बाद उन्होंने अपना रिकवरी सेंटर शुरू किया और अब चार-पांच लोगों को रोजगार दे पा रहे हैं। वे कहते हैं कि सीएम युवा योजना ने न केवल मुझे व्यवसाय शुरू करने का हौसला दिया, बल्कि मेरी ज़िंदगी की दिशा ही बदल दी।