औरैया। भ्रष्टाचार पर सीएम योगी का एक हफ्ते में दूसरा बड़ा एक्शन,औरैया के डीएम सुनील वर्मा सस्पेंड, यूपी में अपनी दूसरी पारी शुरू करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार और लापरवाही पर पहले से ज्यादा सख्त दिखाई दे रहे हैंC एक हफ्ते में ही दूसरा बड़ा एक्शन लेते हुए औरैया के जिलाधिकारी सुनील वर्मा को निलंबित कर दिया है।
सुनील वर्मा पर काम में लापरवाही, भ्रष्टाचार और नकल माफियाओं से सांठगांठ का आरोप लग रहा था। इससे पहले सोनभद्र के डीएम टीके शिबू और गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार को भी एक साथ निलंबित करने जैसा कठोर कदम उठाया गया था।
सुनील कुमार वर्मा को निलंबित करने के साथ ही आय से अधिक संपत्ति के मामले की जांच सर्तकता अधिष्ठान को सौंपी गई है। अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी ने सोमवार को निलंबन का आदेश जारी किया। सुनील कुमार वर्मा वर्ष 2013 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और उत्तर प्रदेश रायबरेली के रहने वाले हैं।
डीएम के पद पर उनकी यह पहली तैनाती थी। उन्हें 31 दिसंबर 2020 को औरैया का डीएम बनाया गया था। सुनील कुमार पर भ्रष्टाचार और कामकाज में लापरवाही की शिकायतें मिली थी। प्रारंभिक जांच के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। पीसीएस अधिकारी ज्ञानेंद्र विक्रम को प्रतापगढ़ के डीएम की रिपोर्ट पर निलंबित किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू हुई मुहिम में पांच दिन में यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। इसके पहले 31 मार्च को सोनभद्र के डीएम रहे टीके शिब्बू को निलंबित किया गया था। उन पर अवैध खनन के साथ-साथ चुनाव में बतौर जिला निर्वाचन अधिकारी लापरवाही से काम करने का आरोप था। इसी दिन गाजियाबाद के एसएसपी रहे पवन कुमार को कर्तव्यों का पालन न करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया था कि पवन कुमार को अपराध न रोक पाने और कर्तव्यों का पालन नहीं करने पर निलंबित किया गया है। उधर, अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक देवेश कुमार चतुर्वेदी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि सोनभद्र के डीएम टीके शिबू के खिलाफ शासन को लगातार शिकायतें मिली थीं। उनके खिलाफ जनप्रतिनिधियों द्वारा सोनभद्र में खनन, जिला खनिज न्यास समिति और अन्य निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायतें की गईं।