अवधनामा संवाददाता
स्वच्छता पखवाड़ा के अन्तर्गत हुआ आयोजन
बांदा। कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित जन शिक्षण संस्थान बॉदा ने आज स्वच्छता पखवाडा के अर्न्तगत स्वच्छता शपथ तथा पर्सनल हाइजीन एवं साफ सफाई पर जागरूकता तथा सेनेेटरी पैड पर जागरूकता एवं सर्वेक्षण कार्यक्रम का आयोजन जूनियर हाईस्कूल ग्राम – मवई बॉदा में किया गया जिसके मुख्य अतिथि जिला अस्पताल से परामर्शदाता श्रीमती वंदना तिवारी जी तथा प्रधानाचार्या श्रीमती सुमन साहू व श्रीमती प्रतिभा साहू रहे।
कार्यक्रम के शुभारम्भ में संस्थान के निदेशक मो0 सलीम अख्तर द्वारा उपस्थित माननीय अतिथियों एवं प्रतिभागियों का आभार प्रकट किया गया। प्रधानाचार्या श्रीमती सुमन साहू ने बताया कि साफ सफाई घर मोहल्ला की होनी चाहिये विशेष रूप से इस समय गर्मियों में बच्चो की साफ सफाई बहुत जरूरी है महिलाओं को आज सेनेटरी पैड पर जागरूक करते हुए कहा कि साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि यदि आप ने ध्यान नही दिया तो कई प्रकार की छुआछूत की बीमारिया भी फैल सकती है। श्रीमती प्रतिभा साहू ने कहा कि हमें अपने पडोस की घरो की सफाई करनी चाहिये क्योकि प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी जी ने हम लोगो को साफ सफाई का एक रास्ता दिखाया है। श्रीमती अंकिता श्रीवास्तव जी ने कहा कि गन्दगी से बिमारियां बढती है हमे अपने हाथ, नाखून साफ रखना चाहिये जिससे खाना खाने के बाद पेट की बिमारियों से बचा जा सके। महिला अस्पताल की डी0 डब्लू एच0 श्रीमती वन्दना तिवारी ने उपस्थित महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सेनेटरी पैड यदि महिलायंे प्रयोग करें तो उनको कोई बीमारी नही हो सकती हैै। यदि बच्चों को सामान दिया जाता है तो उसका दुर्पयोग करती है। मां बाप अपने बच्चों की गलतियों पर शर्म न करें उन्हें बतायंे कि अगर कोई प्रताड़ित करता है तो आप सरकारी मशीनरी का प्रयोग कर सकती है। संस्थान के निदेशक मो0 सलीम अख्तर जी द्वारा कार्यक्रम के दौरान कहा गया स्वच्छता की शुरूआत सबसे पहले अपने घर से प्रारम्भ करके दूसरो को प्रेरित किया जा सकता है यह स्वच्छता का सकारात्मक रूप होगा। संस्थान के कार्यक्रम अधिकारी श्री संजय कुमार पाण्डेय द्वारा कहा गया कि पीरियड यानी माहवारी को लेकर हमारे समाज मे अभी भी भ्रम है ये एक ऐसा मुददा है जिसके बारे में आज भी हम खुलकर बात नही करते जिसकी वजह से अक्सर ही महिलाओं को अनेक भयानक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पडता है। कार्यक्रम अधिकारी श्री सौम्य खरे द्वारा कार्यक्रम के दौरान कहा गया कि माहवारी के बारे मे जागरूकता न होने से समाज का पिछडापन और मानसिक दिवालियापन उजागर होता है माहवारी की समस्या से बचने के कई उपायों में से एक है सैनेटरी नैपकिन। अनेक सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा कई जागरूकता अभियान चलाये जाने के बाद सैनिटरी नैपकिन के प्रयोग में वृद्धि तो हुई है, लेकिन सैनिटरी नैपकिन के सही तरीके से इस्तेमाल करने को लेकर भी कई भ्रम है। कार्यक्रम के समापन के बाद लगभग 60 सेनेटरी पैड का वितरण किया गया। उक्त कार्यक्रम में संस्थान के कार्यक्रम समन्वयक श्री नीरज श्रीवास्तव, लेखाकार लक्ष्मीकान्त दीक्षित, सहा0 कार्यक्रम अधिकारी मंयक सिंह, क्षेत्र सहायिका शिवांगी, चालक नीरज कुशवाहा सहित 60 लोग कार्यक्रम में उपस्थित रहें।