विश्व पर्यावरण दिवस पर बुधवार को नमामि गंगे के सदस्यों ने दशाश्वमेधघाट पर गंगा के तलहटी की सफाई की। इसके बाद जल को प्रदूषित कर रही सामग्रियों को निकालकर प्रदूषण मुक्त विश्व की कामना भी की। शंख ध्वनि के बीच गंगा सफाई और आरती के दौरान जल के संरक्षण का संकल्प भी लिया। अहिल्याबाई घाट पर पर्यावरण को शुद्ध रखने और वृक्षारोपण की भावना जागृत करने की नियत से लोगों को तुलसी का पौधा प्रदान किया गया।
इस दौरान कार्यक्रम के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि वृक्षों और जल से ही यह वसुधा समृद्ध है, यही जीवन का सच्चा आधार हैं। विश्व पर्यावरण दिवस हमारे लिए केवल एक रस्म-भर नहीं है, बल्कि यह खास दिन पर्यावरण के महत्व को उजागर करने और लोगों को यह याद दिलाने के लिए मनाया जाता है कि प्रकृति को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पेड़-पौधे लगाने,पेड़ों को संरक्षित करने,हरे पेड़ न काटने, नदियों को साफ रखने, जल का संरक्षण और प्रकृति से खिलवाड़ न करने जैसी चीजों के लिए हमें जागरूक होना चाहिए। इस बार हम सब को मिलकर पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त बनाने का संकल्प लेकर उस दिशा में काम करना प्रारम्भ करना चाहिए।