लखनऊ। डा. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि पर अंबेडकर महासभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके कलश पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उन्होंने कहा कि डा. भीमराव अंबेडकर संविधान के शिल्पी थे और उन्होंने दलितों को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए संविधान में स्थान देकर उन्हें सम्मान देने का कार्य किया। पिछली सरकारों ने अमीर और गरीब के बीच दलित और पिछड़ों के बीच खाई और गहरी करने का काम किया।
कहीं 2014 के पहले कोरोना आया होता तो समझिए क्या हाल होता। इससे पहले 1977 में बीमारी से 10 हजार लोगों की मौत हो चुकी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच का प्रतिफल है जिन्होंने वैक्सीन से लेकर मुफ्त राशन और दवाओं की व्यवस्था की। हर वर्ग को 12 करोड़ शौचालय बनाकर उन्हें बिना किसी भेदभाव के देने का कार्य किया।
हमारी सरकार ने सबके पास मकान और सबके पास राशन कार्ड होने और पांच लाख तक के इलाज की सुविधा देने का काम किया है। आज आपको हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने की सुविधा मिल रही है। आरक्षण का लाभ मिल रहा है। यह पूरे देश का मिशन है। देश की एकता मिशन है। दलित वंचित को जमीन का पट्टा देने का कार्य सरकार कर रही है। हर व्यक्ति को जीने का अधिकार है।
सरकार इस मनसा को लेकर कार्य कर रही है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने अटल चौराहा स्थित डा. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। आयोजन में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, समाज कल्याण राज्य मंत्री असीम अरुण, महापौर सुषमा खर्कवाल और विधान परिषद सदस्य डा.लालजी प्रसाद निर्मल समेत महासभा के पदाधिकारी शामिल हुए।