अवधनामा संवाददाता
लखीमपुर खीरी -(Lakhimpur Kheri) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने निर्धारित एक दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के अनुसार राजकीय हेलीकॉप्टर से जनपद खीरी पहुंचे। जहां आयुक्त, लखनऊ मंडल लखनऊ रंजन कुमार, डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह, एसपी विजय दुल ने उनके जनपद आगमन पर स्वागत किया पुलिस लाइन में हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सीधे एकीकृत कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर जा पहुंचे। जहाँ मुख्यमंत्री के सामने सारी व्यवस्थाओं के बारे में पूरी जानकारी दी। डीएम ने एक-एक तथ्य को सीएम के सामने रखा। शिकायत आती है उसे लिखा जाता है। अधिकरियो से बात कर उसका निराकरण किया जाता है। कंट्रोल रूम पर आने वाले सभी नंबरों को रजिस्टर में अनुरक्षित किया जाता है। कंट्रोल रूम से जनता की ऑक्सीजन बेड , दवाओं आदि सभी समस्याओं का निराकरण किया जाता है। सीएम ने ट्रेसिंग टीम से उनके कामकाज की जानकारी ली जिले में तीन सदस्यीय पैंडेमिक ग्रीवेंस कमेटी गठित और क्रियाशील है, जो निरंतर आने वाली शिकायतों का समुचित निस्तारण कर रही है। आईसीसीसी में कुल 13 फोन ( 06 लैंडलाइन व 07 मोबाइल नंबर) क्रियाशील है। यहां से होम आइसोलेशन में रखे गए मरीजों का फॉलोअप लिया जाता है। जिसकी एंट्री रजिस्टर में की जाती है। सीएम ने रजिस्टर को देखा। इसके अलावा एंबुलेंस रजिस्टर, कमांड सेंटर पर आने वाली फोन कॉल्स रजिस्टर और उसमें की गई शिकायतों के निस्तारण की एंट्री, जो संक्रमित चिकित्सालय में भर्ती हैं उनका फीडबैक रजिस्टर, रैपिड रिस्पांस टीम व निगरानी समिति के विजिट का रजिस्टर उपलब्ध है। जिनमें प्रतिदिन की गतिविधियों की एंट्री की जाती है। सीएम के सामने ही टेलीफोन की घंटी बजती रही और संबंधित कर्मचारी फोन रिसीव कर जवाब देते रहे। इस पर सीएम ने संतोष जताया इसके उपरांत सीएम ने आईसीसीसी सभागार में मौजूद अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के कार्य दायित्वों की डीएम से जानकारी ली। सीएम ने आईसीसीसी की व्यवस्थाओं को देखकर प्रसन्नता जाहिर की।सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भ्रमण कार्यक्रम के तहत लखीमपुर ब्लॉक के आधाचाट गांव का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने यहां पर कोविड से सुरक्षा और बचाव के लिए प्रशासन की ओर से किए गए इंतजाम की जानकारी ली। उन्होंने निगरानी समिति से कहा कि वह गांव में लगातार भ्रमण कर हर ग्रामीण का ध्यान रखें, साथ ही ग्रामीणों से भी मास्क पहने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीणों को घबराने की जरूरत नहीं है। शासन और प्रशासन विपदा काल में पीड़ित परिवार के साथ हैं मुख्यमंत्री ने जिला मुख्यालय पर कोरोना वायरस पर नियंत्रण और निगरानी के इंतजाम को परखा। सीएम का काफिला गांव में जा पहुंचा। सीएम ने यहां खुले में ग्रामीणों की बैठक लेकर यहां की साफ-सफाई और स्वास्थ्य विभाग की ओर से बचाव एवं नियंत्रण के लिए किए गए कार्यो की जानकारी ली। उन्होंने ग्राम निगरानी सदस्य में शामिल सदस्यों से गांव में किए गए घर-घर सर्वे की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि घर-घर सर्वे हो रहा है या नहीं, मरीजों को दवाई की किट मिल रही है या नहीं। ग्राम सचिव से पूछा कि गांव सेनीटाइज कराया गया या नहीं जिस पर सचिव ने कहा कि दूसरे दिन लगातार ग्राम को सैनिटाइज कराया जा रहा है। सीएम ने निगरानी समिति से कहा कि वह घर-घर जाकर लगातार सर्वे करते रहे। ग्रामीणों से कहा कि घबराएं नहीं शासन-प्रशासन पके साथ है। इस महामारी को हराकर रहेंगे, आप मास्क जरूर लगाएं।सीएम ने कहा कि निगरानी समितियों की बड़ी भूमिका है। यदि वह जागरूक हो जाए तो जल्द ही आप अपने गांव को कोरोना मुक्त कर सकते हैं। गांव में बाहरी व्यक्तियो पर नजर रखें। यदि उन्हें कोई समस्या व लक्षण है तो उन्हें मेडिकल किट उपलब्ध कराएं। ऐसे लोगों की सूची प्रतिदिन अपने सेक्टर अधिकारी को दें। सेक्टर अधिकारी की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह 24 घंटे के अंदर चिन्हित व्यक्तियों का एंटीजन टेस्ट कराएं। यदि फिर भी संदिग्ध लगते हैं तो रैपिड रिस्पांस टीम से आरटी पीसीआर टेस्ट कराएं। इन लोगों को होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दे। जिनके पास पर्याप्त जगह नहीं है, निगरानी समिति ग्राम प्रधान के नेतृत्व में उन्हें परिषदीय स्कूलों में आइसोलेट कराएं। आशा, आंगनबाड़ी व एएनएम पूरी टीम भावना से कार्य करें। प्रतिस्पर्धा के आधार पर *मेरा गांव कोरोना मुक्त गांव* अभियान चलाएं। सफाई सैनिटाइजेशन आदि पर विशेष ध्यान दें। तराई क्षेत्र होने के नाते नल से आने वाले पानी को उबालकर ही पीने की सलाह दी। कोरोना को रोकने में निगरानी समितियों, रैपिड रिस्पांस टीम, स्वास्थ्य कर्मियों की क्रियाशीलता से गत दिनों 20 दिनों में प्रदेश में दो लाख चार हजार व्यक्ति ठीक होकर अपने कार्यों को कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की भांति शहरी क्षेत्रों में भी मेरा वार्ड कोरोना मुक्त वार्ड अभियान चलाएं योगी आदित्यनाथ और जनप्रतिनिधियों के सामने 20 मिनट तक प्रेजेंटेशन दिया। समीक्षा बैठक में डीएम ने प्रशासन की उपलब्धियां गिनाई। उन्होंने बताया कि जिले में कितने लोगों का टेस्ट किया गया, कितने पॉजिटिव है, कितना रिकवरी रेट रहा। ऑक्सीजन को लेकर प्रशासन ने क्या व्यवस्था बनाई है। अस्पतालों में बेड को लेकर क्या व्यवस्था की गई है। इमरजेंसी एंबुलेंस 24 घंटे जनता की सेवा कर रही है। डीएम ने बताया कि प्रशासन ने जिले की सभी व्यवस्था संभाल रखी है और यहां कोई समस्या नहीं है। जनप्रतिनिधियों ने भी यह प्रेजेंटेशन देखा और सुना डीएम ने जिला एवं ब्लाक स्तर पर पॉजिटिविटी रेट के संबंध में जानकारी दी। जनपद में एक्टिव केस की संख्या में 42.6 प्रतिशत की कमी आई। जिले में वर्तमान में पॉजिटिविटी रेट 2.01 है। विगत एक सप्ताह में 8.02 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आई है। जनपद में 184 ऑक्सीजन युक्त बेड व 35 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध है। जिले में 3888 ग्रामीण एवं मोहल्ला निगरानी समिति क्रियाशील है। अब तक 50 हजार सात सौ मेडिकल किट वितरित की जा चुकी। वहीं जिले में 96 रैपिड रिस्पांस टीमें गठित व क्रियाशील हैं, जो होम आइसोलेशन के रोगियों की निगरानी, लक्षणयुक्त व्यक्तियों की टेस्टिंग कर रही हैं। जिले में ब्लैक फंगस के उपचार हेतु विशेष टीम का गठन किया जा चुका है। 50 आरोग्य बंधु व आरोग्य बहनों द्वारा भी संक्रमितों की निगरानी की जा रही। डीएम ने बताया कि जिला चिकित्सालय में गेल द्वारा एवं एमसीएच हॉस्पिटल ओयल में पीएम केअर फण्ड से तथा सभी विधानसभाओं में जनप्रतिनिधियों के सहयोग से ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना यूपीएसआईसी के माध्यम से की जाएगी जिसका कार्य आदेश भी जारी हो चुका है। उन्होंने बताया कि एंटीजन में पॉजिटिव एवं सिंप्टोमेटिक व्यक्तियों को टेस्टिंग स्थल पर ही मेडिकल किट दी जा रही बैठक की अध्यक्षता करते हुए सीएम ने जनप्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया। कहा कि पूरे प्रदेश में खीरी जनपद की ऐसा जनपद जहां जनप्रतिनिधियों ने सबसे ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट दिए। आप सभी ने एक जागरूक जनप्रतिनिधि का परिचय दिया है। विपत्ति के समय स्वयं का बचाव करते हुए लोगों की सेवा में खड़े रहे, यह एक अच्छा काम है सीएम ने कहा इच्छाशक्ति और बेहतर टीमवर्क के चलते लखीमपुर खीरी में बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिला है। संक्रमित मरीजों की रिकवरी के मामले में देश में यूपी अव्वल है। दूसरी लहर में नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद भी कॉम्प्लिकेशन आ रहे हैं। थोड़ी भी लापरवाही से दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पोस्ट कोविड वार्ड की आवश्यकता है। रिकवर हो चुके लोगों को आयुष के चिकित्सक प्राणायाम के बारे में बताएं। जनपद खीरी में निश्चित तौर पर सक्रिय केसों में कमी आई। उन्होंने निर्देश दिए कि टेस्टिंग की संख्या को बढ़ाया जाए, ताकि जिले का पॉजिटिविटी रेट स्टेट के बराबर हो सके। सीएम ने निर्देश दिए कि चिकित्सालयों में फायर व इलेक्ट्रिक सेफ्टी व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। जिले में ऑक्सीजन वार्ड्स की संख्या बढ़ाई जाए। वही सीएचसी, पीएचसी व हेल्थ सेंटर पर फोकस किया जाय। प्रदेश सरकार द्वारा 02 वर्षों पूर्व आरोग्य मेलों का आयोजन इन स्वास्थ्य केंद्रों को सशक्त करने के उद्देश्य से शुरू किया था। हेल्थ सेंटर पर फर्स्ट एड व एंटीजन टेस्टिंग की व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाया जाए।जिला चिकित्सालय सहित अन्य चिकित्सालयों के आसपास स्वच्छता का प्रबंध नगर निकाय व पंचायती राज विभाग सुनिश्चित कराए। एक हफ्ते के भीतर सीएचसी, पीएचसी को इतना बेहतर बनाएं कि मरीजों का चिकित्सालय के प्रति विश्वास और अधिक बढ़ जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि 35 एंबुलेंस को कोविड के लिए डेडीकेट किया जाये, जो वर्तमान में 22 हैं निगरानी समितियों, रैपिड रिस्पांस टीम को और अधिक सशक्त बनाया जाए। निगरानी समितियां संदिग्ध, लक्षण युक्त व्यक्तियों की स्क्रीनिंग कर उन्हें मेडिकल किट मुहैया कराएं। मेडिकल किट देने वालों का विवरण अपने पास अनुक्षित करें। एक व्यक्ति को कम से कम 07 दिनों की दवा दें। निगरानी समितियों, आरआरटी की क्रियाशीलता को सेक्टर अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा क्रॉस चेक किया जाए। ताकि उनकी सक्रियता फील्ड में बनी रहे। वैक्सीनेशन की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि वेस्टिज को पूरी तरह खत्म किया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन का सघन अभियान चलाया जाए। लोगों को समझाएं कि यह वक्त महामारी का वक्त है। मास्क, दो गज की दूरी का अनुपालन एवं हाई रिस्क कैटेगरी के वृद्ध गर्भवती महिलाएं कम प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्ति अनावश्यक घरों से बाहर ना निकले। वैक्सीनेशन सेंटरो को बढ़ाने का प्रयास अभी से शुरू कर दें। रक्षा और सुरक्षा कवच देने का अच्छा माध्यम है वैक्सीन। समीक्षा के दौरान तृतीय लहर की तैयारी रखने के निर्देश दिए। पीडियाट्रिक बेड्स की संख्या, चिकित्सकों की उपलब्धता, ट्रेनिंग अभी से करा लें। वही 10 साल से कम उम्र वाले बच्चों के माता-पिता को सुरक्षा का कवच देने की कार्ययोजना तैयार करें। स्वच्छता सैनिटाइजेशन फागिंग की कार्यवाही युद्धस्तर पर करें, ताकि अन्य संक्रामक रोगों से भी लोगों को बचाया जा सके उन्होंने कहा कि जिले भर में मेरा गांव स्वच्छ गांव मेरा गांव कोरोना मुक्त गांव अभियान प्रतिस्पर्धा के साथ शुरू करें। उन्हें विश्वास दिलाएं जो स्वच्छ व कोविड मुक्त गांव होंगे। उन्हें विकास योजनाओं में प्राथमिकता के साथ ही पुरस्कृत भी किया जाएगा। नदियों में शव को कदापि ना फेंका जाए। नगरीय निकाय व ग्रामीण क्षेत्रों में लावारिस व असहाय व्यक्तियों के अंतिम संस्कार हेतु पांच की धनराशि दिए जाने का प्रावधान है। स्ट्रीट वेंडर, नाउ, मोची, नाविक, हलवाई सहित अन्य रोजमर्रा का काम करने वाले लोगों के परिवार के एक सदस्य को भरण-पोषण भत्ता दिया जाएगा। यह समय पैसा बचाने का नहीं है बल्कि जीवन बचाने का है। नान कोविड महिलाओं व बच्चों के लिए डेडीकेटेड चिकित्सालय तैयार करें। निजी चिकित्सालय लैब व एंबुलेंस सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क से ज्यादा न ले, यह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित कराया जाए। आईसीसीसी में लैंड लाइन फोन की संख्या बढ़ाकर और अधिक प्रभावी बनाया जाए। जनपद खीरी में टीम वर्क का काम परिलक्षित हो रहा। जिसके चलते सक्रिय केसों की संख्या घटी व रिकवरी मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है
इनकी रही मौजूदगी
प्रभारी मंत्री अशोक कटारिया, सांसद अजय मिश्र सांसद श्रीमती रेखा अरुण वर्मा, विधायक योगेश वर्मा, मंजू त्यागी, सौरभ सिंह सोनू, अरविंद गिरी, रोमी साहनी लोकेंद्र प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, आयुक्त लखनऊ मंडल लखनऊ रंजन कुमार, डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह एसपी विजय दुल, सीडीओ अरविंद सिंह, सीएमओ मनोज अग्रवाल, एसीएमओ डॉ आरपी दीक्षित सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे