मौसम विभाग ने बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा, कांकेर, बीजापुर, नारायणपुर, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, राजनांदगांव, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, बालोद, जशपुर और बलरामपुर जिले में हैवी रेन का यलो अलर्ट जारी किया है।14 जुलाई तक प्रदेश के एक दो जगहों पर भारी बारिश का आसार है। गुरुवार को मानसून की गतिविधियां कम रही। कुछ जगहों पर हल्की बारिश भी हुई है। वहीं 14 जिलों में सामान्य बारिश हुई।
छत्तीसगढ़ में 1 जून से लेकर 12 जुलाई तक 217.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। राज्य में मानसून की एंट्री सुकमा के रास्ते 8 जून को हुई थी और पूरे प्रदेश में 23 जून से मानसून एक्टिव हो गया है।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा के अनुसार मानसून द्रोणिका मध्य समुद्र तल पर अमृतसर, चंडीगढ़, गोरखपुर और उसके बाद पूर्व की ओर नागालैंड तक स्थित है। साथ ही एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण पूर्वी बिहार और उसके आसपास 5.8 किमी ऊंचाई पर स्थित है। इसके प्रभाव से शनिवार को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा होगी।
उल्लेखनीय कि छत्तीसगढ़ में पिछले दो सप्ताहों में केवल 42.7 यानी रोजाना औसतन 3.5 बारिश हुई है। मौसम विज्ञानियों ने कहा, आने वाले दिनों में यदि अच्छी बारिश नहीं हुई, तो समस्या अधिक बढ़ सकती है।अच्छी बारिश नहीं होने से किसानों की चिंता भी बढ़ गई है। प्रदेश में उम्मीद के अनुसार बारिश होने से खेती-किसानी में भी पिछड़ने लगी है ।मौसम विज्ञानियों के अनुसार प्रदेश में मानसून ब्रेक के चलते अच्छी बारिश नहीं हुई। उन्हें उम्मीद है कि शनिवार से मानसून ब्रेक की इस स्थिति में सुधार होगी और बारिश का दायरा भी बबढ़ेगा ।पिछले दिनों अंबिकापुर में 8 सेमी, बारसूर-भैसमा 6 सेमी, मनेंद्रगढ़ 5 सेमी, जांजगीर-चांपा 4 सेमी बारिश हुई।
राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2024 से अब तक राज्य में 217.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून 2024 से आज 12 जुलाई सुबह तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 361.9 मिमी और सरगुजा जिले में सबसे कम 107.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।शुक्रवार को प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 34 डिग्री राजनांदगांव में दर्ज किया गया. नारायणपुर में न्यूनतम तापमान 21.2 डिग्री रहा।