लखनऊ की मोहब्बत भरी सरज़मीन पर तहज़ीब, शायरी और पत्रकारिता का रूहानी नाम वरिष्ठ पत्रकार व एडवाइज़र एडिटर ग्रुप अमजद हैदर आज मेदांता अस्पताल के आईसीयू में ज़िंदगी की सबसे अहम लड़ाई लड़ रहे हैं।
हाल ही में हार्ट अटैक के बाद उन्हें भर्ती किया गया। डॉक्टरों ने बायपास सर्जरी की तैयारी की थी, मगर फेफड़ों में पानी और तेज़ खांसी के कारण सर्जरी आज स्थगित कर दी गई है। यह अब कल संभावित है।
“चचा अमजद हैदर” केवल एक नाम नहीं, बल्कि एक अहसास हैं—जो कलम से सच्चाई लिखते हैं, ज़मीनी स्तर पर मज़लूमों के हमदर्द बनते हैं, और हर दर्दमंद के लिए रहनुमा साबित होते हैं।
उनके अज़ीज़ों, चाहने वालों और तमाम शुभचिंतकों से अपील है कि वे उनकी जल्द सेहत-ए-कामिल और सफल सर्जरी के लिए दुआ करें।