अवधनामा संवाददाता
घण्टाघर पर लगाये गये डिवाइडर बने चर्चा का विषय
ललितपुर। हृदय स्थली घण्टाघर मैदान पर शहर की सौंदर्यता बढ़ाने के लिए सीमेंट से निर्मित किये गये डिवाइडर ब्लाक रखे गये हैं। हालांकि इन ब्लाकों को भविष्य और किन-किन स्थानों पर कितनी संख्या में लगाये जायेंगे, यह नवगठित बोर्ड तय करेगा। सीमेंट के ब्लाक बीच घण्टाघर मैदान पर रखे जाने से शहर में चर्चाओं का विषय बना रहा। गौरतलब है कि बुधवार की देर रात करीब साढ़े ग्यारह बजे घण्टाघर मैदान पर ट्रैक्टर-ट्रॉली में रखकर सीमेंट के ब्लाक लाये गये, जिन्हें जेसीबी व क्रेन मशीन की मदद से हुक में लोहे की चेन से फंसा कर नीचे उतारा गया। इसके बाद क्रमबद्ध तरीके से इन ब्लाकों को एक तरफ से जमा दिया गया। बताया तो यहां तक गया है कि सीमेंट के भारी-भरकम डिवाइडर ब्लाक पूर्व नपाध्यक्ष रजनी साहू के कार्यकाल के दौरान किये गये प्रस्ताव में पास हुआ था, जिसका टेण्डर भी हुआ था और टेण्डर उपरान्त कार्यकाल समाप्त होने पर उक्त ब्लाकों का कार्य रूक गया था, जिसके बाद नवगठित बोर्ड की पहली बोर्ड बैठक के उपरान्त सीमेंट के डिवाइडर ब्लाक रखवाये गये। बताया जा रहा है कि करीब ढ़ाई से तीन लाख रुपये के बीच का यह कार्य किया गया है, जिसमें अभी कुछ 65 सीमेंट डिवाइडर ब्लाक रखे गये हैं। लेकिन इन डिवाइडर ब्लाक से लोगों में घण्टाघर में त्यौहारों पर लगने वाली दुकानों और आये दिन लगने वाले जाम में और समस्या उत्पन्न करने वाला बताया जा रहा है। इतना ही नहीं पहले अस्थाई डिवाइडरों के रूप में पुलिस बैरीकेटिंग रखी रहती थी, जिन्हें आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर रख दिया जाता था, लेकिन अब सीमेंट से बने भारी भरकम डिवाइडर कहीं न कहीं लोगों की समस्याओं का कारक बनेगा।
इनका कहना है
——-घण्टाघर मैदान पर सीमेंट के भारी-भरकम डिवाइडर ब्लाक रखे गये हैं। इन ब्लाक के रखे जाने से घण्टाघर से सदरकांटा और वीर सावरकर चौक तक आने-जाने के लिए सीधा रास्ता हो गया है, लेकिन जूता मार्केट लाइन और पंजाब नेशनल बैंक की शहर शाखा की ओर जाने के लिए मार्ग संक्रीण हो गया है, जिससे लोगों को भविष्य में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। नगर पालिका की इस पहल को गलत तो नहीं कहा जा सकता है, लेकिन लोगों की सहूलियत का ख्याल करना भी नगर पालिका की नैतिक जिम्मेवारी है।
सुमित अग्रवाल
जिलाध्यक्ष- अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल
——- सीमेंट के डिवाइडर ब्लाक रखे जाने से शहर की सुन्दरता तो बढ़ेगी, लेकिन सड़क किनारे प्रतिदिन रखे जाने वाले अस्थाई अतिक्रमण पर भी प्रभावी तरीके से रोक लगाने के लिए पुलिस और प्रशासन को सख्त रवैया अपनाना पड़ेगा। अन्यथा की स्थिति में प्रतिदिन दुर्घटनाओं के घटित होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। नगर पालिका परिषद को चाहिए कि शहर में डिवाइडर लगवाकर दोनों और फुटपाथ रैलिंग लगवा दें, जिससे कि लोगों को आवागमन में सुविधा हो सके।
दीपक जैन आस्था
महामंत्री- अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल