अवधनामा संवाददाता
राहत हुसैन रिज़वी की ओर से मेहफिल का हुआ आयोजन
इटावा। नवें इमाम मोहम्मद तक़ी और इमाम हुसैन के बेटे अली असग़र अस. की पैदायश की खुशी में मस्जिद पंजतनी में राहत हुसैन रिजवी की ओर से मेहफ़िल का आयोजन किया गया जिसमें शायरे एहलेबैत ने बेहतरीन कलाम पेश किए।
महफ़िल में कलाम पेश करते हुए शायरे एहलेबैत तसलीम रज़ा ने कहा मैं हूं असग़र मैं बताऊंगा शुजाअत क्या है, हुर्मुला होश में आ तेरी हकीकत क्या है। शायरे एहलेबैत तनवीर हसन ने कहा जोर दादा का दिखाने की जरूरत क्या है मुझको तलवार उठाने की जरूरत क्या है, शाम वालों के मुक़द्दद में अंधेरा कर दूं हुर्मुला तुझको दिखता हूं मैं औकात तेरी। मौलाना अनवारुल हसन जैदी इमामे जुमा इटावा ने कहा हज़रत अली असग़र ने कम उम्र में कर्बला में वो काम अंजाम दिया कि आज उन्ही की बदौलत कर्बला पहचानी जाती है।कर्बला में वह सिर्फ 6 महीने के थे।कर्बला में अली असग़र ने मुस्कुराकर शहादत पेश कर दुश्मने इस्लाम को बेनकाब कर दिया।नवें इमाम मोहम्मद तक़ी अस.के पास इल्म का खजाना था उन्होंने बचपन मे ही इल्म के जौहर दिखाए।हमे अपने इमामों से सबक लेना चाहिए।शायरे एहलेबैत सलीम रजा ने भी कलाम पेश किया।महफ़िल में राहत अक़ील,शावेज़ नक़वी,मोहम्मद अब्बास,मोहम्मद मियां,समर अब्बास, अयाज हुसैन,अली साबिर,मो.हुसैन राहिल,शहजादे,हसन अब्बास,तहसीन रज़ा,राजू,मो.तौहीद,मो.लारेब,अर्श, सादिक सहित तमाम लोगों ने शिरकत कर इमाम मोहम्मद तक़ी और अली असग़र अस.की पैदायश का जश्न मनाया।