अवधनामा संवाददाता
शहीद कितने करोगें ज़हर से तेग से तुम
बहुत बड़ा है ज़माने में खानदाने रज़ा
तसलीम रज़ा की ओर से महफ़िल का किया गया आयोजन
इटावा। स्थानीय घटिया अज़मत अली स्थित मस्जिद पंजतनी में आठवें इमाम अली रज़ा अस.की पैदाइश की खुशी में तसलीम रज़ा की ओर से महफ़िल का आयोजन किया गया।
महफ़िल में तकरीर करते हुए मौलाना अनवारुल हसन जैदी इमामे जुमा ने कहा इमाम अली रजा का पैगाम है कि बुजुर्गों का एहतराम करो,छोटों पर रहम करो और रिश्तेदारों की खैरियत मालूम करते रहा करो। मोमिन की पहचान अल्लाह, रसूल और वली की सुन्नत है।अल्लाह इंसान के गुनाहों को पर्दे में रखता है। रसूल की सुन्नत लोगों से मोहब्बत करना और वली की सुन्नत मुश्किल और परेशानी में सब्र करना है।महफ़िल में सलीम रजा ने कहा हर दौर की दवा हैं इमामे अली रज़ा,फरजंदे मुस्तफा हैं इमामे अली रज़ा।तसलीम रज़ा ने कहा वक्त आया कभी इस्लाम की नुसरत के लिए,लाइलाहा तेरी बका घर अबू तालिब का है।अली मेहदी ने कहा चौदह गुलो से उसको अकीदत हो इस कदर,इन खुशनुमा गुलो में खुरासां का गुल जो है। तनवीर हसन ने कहा शहीद कितने करोगे जहर से तेग से तुम,बहुत बड़ा है जमाने मे खानदाने रज़ा।सलमान रिज़वी ने कहा जो इमामों में नाम आये हैं लाइके एहतराम आये हैं,ऐसी महफ़िल को कौन छोड़ेगा जिसमे 12 इमाम आये हैं। महफ़िल में हाजी कमर अब्बास नक़वी, राहत अक़ील,शावेज़ नक़वीमोमियां, मो. अब्बास,राहत हुसैन रिज़वी,राजा,समर अब्बास,तहसीन रज़ा,हसन अब्बास, जीशान,इबाद रिज़वी,दबीरुल हसन, परवेज हसनैन,वासिल मेहदी,अश्शू रिज़वी,अदनान अस्करी,राशिद,जहूर नक़वी,अख्तर अब्बास,तालिब रिज़वी, अहद,अली शान आदि मौजूद रहे।