अवधनामा संवाददाता
सहारनपुर। जल शक्ति अभियान एवं कैच द रैन को सफल बनाये हेतु जल संरक्षण एवं पुनर्भरण एवं जल संचयन के अन्तर्गत नदियों की सफाई, खुदाई एवं नदियों के जल को शुद्ध करने हेतु मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जमीनी सर्वे किया गया।
मुख्य विकास अधिकारी विजय कुमार ने 16 अप्रैल को नगर के सीमा क्षेत्र दराली के तालाव और उसके आसपास व्यर्थजल स्त्रोतों से निकलने वाली कृष्णी नदी के जनपद स्थित सम्पूर्ण अपवाह तन्त्र जो शामली सीमा तक है, उसका लगभग 100 किमी चौनेज का भ्रमण किया गया भ्रमण के दौरान यह पाया गया कि नगरीय सीमा क्षेत्र के अन्तर्गत एक नाले के रूप में आरंभ हुई कृष्णी नदी धीरे-धीरे अपनी दूरी तय करते हुए चौडी गहरी एवं जल से युक्त होती जा रही है। रामपुर मनिहारान विकास खण्ड के सीमा में आने वाली नदी के स्थानों पर यह पाया गया कि जलीय पौधों के कारण नदी के अनुकूल पारिस्थितिक तंत्र विकसित हो गया है। जागरूकता से इस नदी के स्वरूप को बचाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त आज विजय कुमार, मुख्य विकास अधिकारी, सहारनपुर द्वारा सहारनपुर नगरीय सीमा से मानकमऊ, ककराला छिदवना, नन्हेडा गुर्जर, रामपुर मनिहारान खाका हेड़ी, जगरौली, सैहपुर, गुडम्ब ठसका आदि ग्राम पंचायतों में भ्रमण मुख्य विकास अधिकारी द्वारा कृष्णी नदी के पुनरूद्वार हेतु कार्य योजना बनाने के लिए जमीनी सर्वे किया गया नदी के सर्वेक्षण के दौरान उपयुक्त मनरेगा सहायक अभियन्ता लघु सिंचाई सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी ग्राम सचिव एवं तकनीकी सहायक उपस्थित रहें। नदी के स्वरूप को देखते हुए यह पाया गया कि किसी नदी के प्रवाह तंत्र में सिल्ट सफाई, जल का शुद्धिकरण और वनस्पतिय विधि द्वारा जल संरक्षण और शुद्धिकरण हेतु स्थाई प्रणाली विकसित की जाए। इसके लिए मनरेगा वित्त आयोग एवं विशेषज्ञों के परामर्श के अनुसार समन्वित कार्ययोजना तैयार कर सरकार की मंशा के अनुरूप कृष्णी नदी के पुनर्जीवन के दिशा में ठोस कदम उठाया गया।