चित्रकूट से कामतानाथ के दर्शन करके वापस घर लौटते समय हुआ हादसा
महोबा । कानपुर सागर राष्ट्रीय राजमार्ग में ग्राम कैमहा के पास तेज रफ्तार आल्टो कार आसंतुलित होकर सड़क किनारे लगे एक पेड़ से टकरा गई, जिससे दम्पत्ति की मौत हो गई, जबकि बहन बहनोई गंभीर रूप सें घायल हो गए। दुर्घटना के बाद मौके पर चीख पुकार मंच गई। सूचना पर पहंुची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन दोनो की हालत गंभीर होने के कारण डाॅक्टरों ने उसे मेडिकल काॅलेज झांसी के लिए रेफर कर दिया।
पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के जिले से सटे छतरपुर जिले के किशनगढ निवासी सतीश खरे 54 अपनी पत्नी रश्मि खरे 48 बहन संगीता 51 और जीजा रमाकांत 55 के साथ चित्रकूट में कामतानाथ के दर्शन करके लौट रहे थे, तभी यूपी एमपी की सरहद पर ग्राम कैमहा गांव के पास तेज रफ्तार कार आसंतुलित होकर पेड़ से टकरा गई। दुर्घटना के बाद जोर दार हुए धमाके की आवाज सुनकर आस पास के लोग दौड़ पड़े और कार में फसे घायलों को बाहर निकाला। इसी बीच मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया। जबकि सतीश खरे और उनकी पत्नी रश्मि खरे की घटना स्थल पर ही मौत हो चुकी थी।
दुर्घटना इतनी जबरदस्त थी कि आल्टो कार के परखचे उड़ गए। दोनो घायल संगीता और रमाकांत की हालत नाजुक होने पर उन्हे झांसी भेज दिया गया है। पुलिस ने दम्पत्ति के शवों का पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम के लिए भ्ेाज दिया है। दुर्घटना की खबर सुनते जिला अस्पताल में लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। दुर्घटना ग्रस्त कार मौके पर क्षतिग्रस्त पड़ी हैं। दुर्घटना के बाद मृतक के घरों में कोहराम मचा हुआ है।
गाड़ी चलाते समय झपकी आने से हुआ हादसा
चित्रकूट से कामतानाथ के दर्शन करके अपनी कार से लौट रहा सतीश का परिवार चालक को झपकी आने के बाद हादसे का शिकार हो गया। पुलिस द्वारा की गई जांच पड़ताल में पता चला कि सतीश खरे स्वयं कार चला रहे थे, और रात में जागने के कारण उन्हे सुबह हल्की सी झपकी आ गई। जिससे कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। सतीश खरे और रश्मि खरे की मौत के बाद उनके बच्चों का रो रो कर बुरा हाल है। बच्चों के सिर से माता पिता का साया उड़ जाने स ेअब बच्चों के सामने रोजी रोटी का संकट बढ गया है।