अवधनामा संवाददाता
बाल दिवस 14 नवम्बर से निगम चलायेगा बीस दिवसीय नदी सफाई अभियान
सहारनपुर। शहर की प्राचीन व ऐतिहासिक महत्व वाली पांवधोई नदी की सफाई कर उसे स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त करने के लिए नगर निगम द्वारा बाल दिवस 14 नवम्बर से एक बीस दिवसीय अभियान चलाया जायेगा। जन सहभागिता के साथ चलाये जाने वाले इस अभियान के तहत पहले लोगों को समझाया जायेगा और न मानने पर जुर्माना व दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी। पांवधोई की निगरानी के लिए नदी के सभी पुलों सहित प्रमुख स्थानों पर कैमरे भी लगाये जाएंेगे और निगरानी समितियों को भी सक्रिय किया जायेगा।
नगर निगम में नगरायुक्त ग़ज़ल भारद्वाज की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में पांवधोई समिति, शिक्षण संस्थाओं के प्रतिनिधियों, एनएसएस व एनसीसी प्रभारियों तथा समाज के प्रबुद्ध लोगों ने हिस्सा लिया। नगरायुक्त ने बताया कि वार्ड 46 के जुलमगढ़ से ढमोला पुल तक लगभग पांच किमी लम्बी पांवधोई नदी को 20 हिस्सों में बांटकर नगर निगम द्वारा सफाई अभियान चलाया जायेगा। सफाई के दौरान मशीनों व सफाई कर्मचारियों की मदद से नदी किनारे खड़ी झाड़ियों की कटाई, नदी में जमा शिल्ट व पॉलीथिन आदि को निकालकर नदी की सफाई कराने के साथ-साथ कुछ स्थानों पर चेकडैम बनाकर पानी का जैव उपचार भी किया जायेगा। इसके अलावा पानी को शुद्ध कर पानी में आक्सीजन बढ़ाने वाले पादप भी छोडे़ जायेंगे। सौंदर्यीकरण हेतु भी नदी के किनारे कुछ शोभाकारी पौधे लगाये जायेंगे तथा नदी में जलीय पौधे छोडे़ जायेंगे।
उन्होंने कहा कि अभियान केवल नगर निगम तक सीमित न रहे इसमें जनभागेदारी भी हो, इसके लिए डोर टू डोर जागरुकता अभियान चलाया जायेगा, ताकि समाज के सभी लोग और स्कूलों के बच्चे अपने अभिभावकों को प्रेरित करें कि वे नदी में कूड़ा न डालें। उन्होंने अपर नगरायुक्त एस के तिवारी व सहायक नगरायुक्त अशोक प्रिय गौतम को नदी के आस पास स्थित शौचालयों को साफ-सफाई के साथ व्यवस्थित कराने आदि के भी निर्देश दिए।
इससे पूर्व निगम के पर्यावरण प्लानर डॉ. उमर सैफ ने एलइडी स्क्रीन पर नदी स्वच्छता व सफाई अभियान की विस्तार से जानकारी दी। पांवधोई समिति सदस्य डॉ.वीरेन्द्र आज़म ने सुझाव दिया कि धोबीघाट से ढमोला पुल तक लोगों को नदी में कूड़ा न डालने के लिए डोर टू डोर समझाने की मुहिम चलायी जानी चाहिए। समिति के ही डॉ. पी के शर्मा, कुलभूषण जैन, मौलवी फरीद ने नदी में कूड़ा डालने वालों पर भारी जुर्माना लगाने, आमिर खां एडवाकेट, एसी पपनेजा व मनीष कच्छल ने निगरानी समितियों को सक्रिय करने और पुलों सहित प्रमुख स्थानों पर कैमरे लगाने का सुझाव दिया।
जयनाथ शर्मा व मुकुन्द मनोहर गोयल ने कहा कि नदी किनारे लगाये गए खोखे तथा सब्जी व फल विक्रेताओं द्वारा नदी में सबसे ज्यादा कूड़ा डाला जाता है, उसे रोका जाना चाहिए। अल्पना तलवार ने जनजागरुकता के लिए नुक्कड़ नाटक व सेमीनार कराने, शीतल टण्डन व प्रधानाचार्य डॉ.कुदसिया अंजुम ने नदी में सीधे पाइप से डाले जा रहे सीवर व गंदे पानी को बंद कराने का सुझाव दिया। इसके अलावा एस डी कॉलेज के प्रधानाचार्य धर्मेन्द्र कुमार शर्मा, बाजोरिया कॉलेज के प्रधानाचार्य राजीव रंजन, एच ए वी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य शशिकांत व विभिन्न कॉलेजों के प्रवक्ताओं नेत्रपाल, राजेश कुमार, सुधीर कुमार ने भी सुझाव दिए। बैठक में अनेक कॉलेजों के एनएसएस व एनसीसी प्रभारी विनोद शर्मा, आकाश जैन, प्रदर्शन जैन, डॉ. एम के जायसवाल, बलवीरसिंह के अतिरिक्त अधिशासी अभियंता निर्माण आलोक श्रीवास्तव, सहायक अभियंता दानिश नकवी,जेडएसओ राजीव चौधरी आदि मौजूद रहे।