अवधनामा संवाददाता
उत्तरप्रदेश सुन्नी वक्फ बोर्ड नें वक्फ बोर्ड 81 के संचालन हेतु तीसरी कमेटी को दी जिम्मेदारी।
मौदहा – हमीरपुर। लगभग तीन वर्षों से विवादों में घिरी वक्फ न081 इमाम चौक उपरौस की कमेटी एक बार फिर चर्चा का विषय बनी हुई है। वक्फ न0 81 पर काबिज होना पूर्व दोनों विवादित कमेटियों के बीच वर्चस्व की जंग बना हुआ था जिस पर तीसरी कमेटी के पावर में आने की बात सामने आ रही है। जबकि तहसील प्रशासन की मौजूदगी में पुरानी कमेटी के ताले तोड़कर सरकारी ताले जड़ दिये गये हैं।
मंगलवार के दिन इमाम चौक उपरौस में सुबह से ही गहमागहमी थी क्योंकि ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि मंगलवार के दिन उपजिलाधिकरी मौदहा द्वारा वक्फ बोर्ड की सम्पत्ति में बनें हाल पर लगे ताले तोड़ कर नई कमेटो को कार्यभार सौंपा जाएगा क्योंकि कई रोज पहले उपजिलाधिकरी द्वारा पूर्व कमेटे के पदाधिकारियों को नई कमेटी को कार्यभार देनें हुए नोटिस भेजा गया था नोटिस में एक निर्धारित समयावधि भी तै कर दी गयी थी परन्तु पूर्व कमेटी द्वारा नई कमेटो को न कार्यभार सौंपा गया और न ही हाल में लगे अपने ताले हटाए गये थे उस पर अमल दरामद कराने के उद्देश्य से मंगलवार को दोपहर के बाद उपरौस के इमाम चौक में पुलिस बल की उपस्थिति में तहसीलदार बलराम गुप्ता के नेतृत्व में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी की मौजूदगी में वक्फ बोर्ड की सम्पत्ति में बने हाल में पूर्व कमेटी के लगे ताले तुड़वा कर नये ताले लगवा दिये गये जिन की चाबी तहसीलप्रशान व जिला अल्पसंख्यक अधिकारी के पास है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी नें फोन पर बताया कि शान्ति व्यस्था को कायम रखने के उद्देश्य से हाल में लगे तालों की चाबियां किसी कमेटी को नही दी गयी हैं उन्होने आगे बताया कि हाल की चाबी के अतिरिक्त नई कमेटी द्वारा वक्फ का संचालन किया जा रहा है।
इमाम चौक वक्त नम्बर 81 उपरोस में नई कमेटी जो रहीमुद्दीन की अध्यक्षता में सुन्नी वक्फ बोर्ड उत्तर प्रदेश द्वारा बनाई गई है उसे संचालन हेतु सभी औपचारिकताऐं पूरी की जा चुकी हैं विवाद मात्र हाल मे लगे तालों को लेकर था जिसे तहसील प्रशासन नें जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी की उपस्थिति में नये ताले डाल दिये गये।
कस्बे में चर्चा है कि उक्त इमाम चौक कमेटी का हस्तांतरण दोनों विवादित कमेटियों के स्थान पर तीसरी गठित कमेटी के साथ में किया जा रहा है।
बताते चलें कि बीते तीन साल पहले उपरौस इमाम चौक कमेटी में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायत और जांच के साथ ही विवाद शुरू हो गया था जिसके बाद फौजदारी सहित अन्य मामले भी दर्ज किए गए थे और जांच के बाद उस समय पावर में रही सुलेमान एण्ड कम्पनी को हटाकर वक्फ बोर्ड ने पिण्टू एण्ड कम्पनी के नेतृत्व वाली नयी गठित कमेटी के हाथ में अधिकार दे दिए थे।हालांकि उसके बाद भी इमाम चौक कमेटी के विवाद ने थमने का नाम नहीं लिया और उसी विवाद के बीच तीसरी नयी गठित कमेटी ने अपने आप को दावेदार के रूप में पेश कर सभी को चौंका दिया और उक्त विवाद में तीसरे मोर्चे की इण्ट्री हो गई।उसके बाद तीसरे मोर्चे ने भी लगातार दावेदारी पेश करते हुए आखिरकार दोनों कमेटियों के हाथ से सम्पत्तियों को छिनवा लिया।जबकि तीसरी नवगठित कमेटी के हाथ में अधिकार आने की बातें कस्बे में चर्चा का विषय बन गई है।तो वहीं जिम्मेदार अधिकारी और दोनों विवादित कमेटियों के जिम्मेदार इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।इस सम्बंध में उपजिलाधिकारी राजेश कुमार मिश्रा ने बताया कि चाबियां उनके पास है जबतक न्यायालय का आदेश नहीं आता है तो उनके पास रहेगी जबकि दूकानों की जिम्मेदारी अब उनकी है।