अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। (Lalitpur) बुन्देलखण्ड विकास की एक बैठक स्थानीय कम्पनी बाग में विकास सेना प्रमुख हरीश कपूर टीटू की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में भीषण उमस भरी इस गर्मी के मौसम में विद्युत विभाग की अकर्मणता के कारण बार बार होने वाली कटौती को लेकर चिंता व्यक्त की गई। सेना प्रमुख हरीश कपूर टीटू ने कहा कि ललितपुर जनपद में ऊपर से तो बिजली भरपूर आ रही है परन्तु स्थानीय विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण जनपद और शहरवासियों को पूरी तरह बिजली नहीं मिल पा रही है। बिजली तारों और ट्रान्सफार्मरों का सही समय पर मेन्टीनेन्स न होने के कारण बार बार होने वाली फाल्ट के कारण ललितपुरवासियों के बिजली नहीं मिल पा रही है और लोग भीषण उमस भरी गर्मी में कीड़ें-मकोंडों,की तरह जीवन जीने को मजबूर हैं। फाल्ट होने पर जो फाल्ट आधा घंटे में दुरुस्त हो जाना चाहिए उसे विभाग 3-4 घंटे में भी दुरुस्त न कर पाता है। उन्होंने कहा कि नझाई बाजार उपखण्ड अधिकारी कार्यालय में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। उपभोक्ता इस प्रचंड गर्मी में घंटों लाइन में खड़े रहते है और जब उनकी बारी आती है तो विंडो क्लर्क द्वारा उपभोक्ताओं से कभी नेटवर्क न आने का बहाना या फुटकर पैसे न होने का बहाना बनाकर दुर्व्यवहार किया जाता है। उपभोक्ता अपने मीटर से जुड़ी समस्या तथा बिल सुधरवाने के लिए मारे मारे फिर रहे हैं। कोई भी जिम्मेदार अधिकारी अथवा कर्मचारी वहाँ नहीं मिलता। जब जिम्मेदार अधिकारियों या कर्मचारियों को विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये मोबाईल पर अपनी समस्या को लेकर उपभोक्ता फोन करता भी है तो अक्सर फोन बंद आता है या फोन उठाया नहीं जाता है। यदि फोन कभी धोखे से उठ भी जाता है तो उपभोक्ता की समस्या को गम्भीरता से न सुनकर टाल दिया जाता है। ऐसे में उपभोक्ताओं की समस्या को सुनने और तत्काल निराकरण के लिए जिम्मेदार अधिकारी तत्काल प्रभाव से पहल करें। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग उपभोक्ताओं की परेशानियों को गम्भीरता से लेकर उनका निराकरण करने हेतु अपनी कार्यप्रणाली में सुधार कर ले नही तो बुन्देलखण्ड विकास सेना उग्र आन्दोलन झेडऩे के लिए बाद्ध हो जायेगी। बैठक में हरविन्दर सलूजा, राजकुमार कुशवाहा, अमरसिंह बुन्देला, मुन्ना त्यागी, प्रदीप पंडित, कदीर खां, अमान साहू, आशीष अग्रवाल, जगदीश कुशवाहा, मंगलसिंह, विजय कुशवाहा, गफूर खान, हिम्म्तसिंह, अमित जैन, नन्दराम कुशवाहा, धर्मेन्द्र, राजपाल, रामचरन, नन्दलाल ग्वाला, चंदनसिंह, धनीराम अहिरवार, भय्यन कुशवाहा, विनोद कुमार, राहुल, कामता प्रसाद, हर्ष वाल्मीकी, प्रिन्स सेन, कामता भट्ट आदि उपस्थित रहे।