जिले में जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और पूर्वांचल विकास निधि से सम्पर्क मार्गों का निर्माण कराने वाली कार्यदाई संस्थाओं की ओर से शिलापट में हरिजन शब्द के उल्लेख की शिकायतें कम नहीं हो रही हैं। दो दिन पहले नुवांवा में क्षेत्र पंचायत निधि की ओर से कराए गए कार्य के शिलापट में हरिजन शब्द के उल्लेख पर बसपा नेताओं ने सवाल उठाए थे। सोमवार को रायदयपुर गांव का एक शिलापट वायरल हुआ है।
कार्यदाई संस्था यूपी सिडको ने रायदयपुर में रामकिशोर के घर से जंग बहादुर के घर तक इंटरलॉकिंग का निर्माण हुआ है।इस काम का शिलापट काफी समय बाद लगा है।एम एल सी गोविंद नारायण शुक्ला द्वारा लोकार्पित इस शिलापट में राम किशोर के नाम के सामने हरिजन शब्द का उल्लेख किया गया है।
बहुजन समाज पार्टी के पूर्व जिला प्रभारी संजय कुमार शास्त्री, अम्बेडकर सेवा समिति के अध्यक्ष उदय राज राव, महामंत्री राम चन्द्र, कोषाध्यक्ष राजेश अकेला, रायदयपुर के बसपा कार्यकर्ता सूरज भारती , सेक्टर अध्यक्ष अमृत लाल, श्याम कुमार आदि ने कार्यदाई संस्थाओं की मनमानी पर सवाल उठाए हैं और जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट किया है।
आजादी के 75साल बाद भी कुछ लोगों की मानसिकता में परिवर्तन नहीं हुआ है। हरिजन शब्द असंवैधानिक है। किसी भी कार्यदाई संस्था को शिलापट में इसका उल्लेख नहीं करना चाहिए। माननीय जनप्रतिनिधियों को भी शिलान्यास और लोकार्पण करते समय इसका ध्यान रखना चाहिए। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से एक बार फिर सरकारी कार्यालयों और शिलापटों में कहीं भी हरिजन शब्द का उल्लेख न किए जाने का आदेश जारी करना चाहिए।