मुकदमा दर्ज करने का हुआ आदेश,मामला माल गोदाम स्थित पंजाब नेशनल बैंक का।
सुल्तानपुर। शहर के माल गोदाम निवासी अशोक अग्रहरि को बैंक में कार्यरत जीजा-साले की जोड़ी ने एक लाख का चूना लगाया है।मामले का खुलासा पॉलिसी मैच्योरिटी होने के पांच साल बाद हुआ है।मेट लाइफ पॉलिसी का पैसे लेने पंजाब नेशनल बैंक गए तो उन्हें फर्जीवाड़े की जानकारी हुई।पीड़ित ने मंडल अयोध्या स्थित पीएनबी मेट लाइफ कार्यालय में प्रार्थना पत्र दिया लेकिन संवेदनहीन अफसरों ने कोई कार्रवाई नही की ।जानकारी के अनुसार प्रार्थी का घर चौक सब्जी मंडी के पंजाब नेशनल बैंक के सामने सस्थित है। पीड़ित की एक जनरल स्टोर की दुकान है। इसी पी०एन०बी० बैंक में रिलेशनसिप मैनेजर प्रशान्त सिन्हा व उसके जीजा सन्दीप कुमार वर्मा भी कार्य करते हैं ।बकौल पीड़ित प्रशान्त सिन्हा व उनके जीजा सन्दीप कभी कभार ग्रोसरी का सामान खरीदने के लिए प्रार्थी की दुकान पर आया करते थे।
पांच वर्ष पूर्व 10 फरवरी 2019 को जीजा साले की जोड़ी ने प्रार्थी को भरोसे में लेते हुए एक लाख रूपये नकद लेकर चौथे दिन उसकी पी०एन०बी० मेट लाईफ की पालिसी पेपर दे दिया। प्रार्थी ने उन लोगों से पी०एन०बी० मेट लाईफ पॉलिसी का पेपर लेकर रख लिया। पांच साल बाद पॉलिसी मिच्योरिटी होने पर प्रार्थी बैंक गया, तो उसे पता चला कि उसके नाम पी०एन०बी० मेट लाईफ में कोई पॉलिसी नहीं है।यह धोखाधड़ी सुनकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। पीड़ित ने जीजा साले को फोन लगाया तो नम्बर बन्द बताने लगा।पीड़ित अशोक अग्रहरि ने एक प्रार्थना पी०एन०बी० मेट लाईफ के फैजाबाद ऑफिस में दिया, लेकिन वहाँ पर कोई कार्यवाही नहीं हुई ।थक हार कर पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। *अशोक कुमार अग्रहरि बनाम प्रशान्त सिन्हा* आदि के प्रार्थना पत्र अन्तर्गत धारा-173 (4) के तहत मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट,कक्ष संख्या-16 ने विद्वान अधिवक्ता अमित पांडेय के तर्कों से सहमत होकर निरीक्षक नगर कोतवाली को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।