अवधनामा संवाददाता
बुन्देलखण्ड विकलांग फाउण्डेशन ने डीएम को भेजा ज्ञापन
ललितपुर। जिला महिला अस्पताल में दलालों की घुसपैठ से एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। लम्बे समय से महिला अस्पताल में सक्रिय दलालों पर प्रभावी तरीके से अंकुश लगाने की कमजोर इच्छा शक्ति के चलते प्रसूताओं और तीमारदारों को आर्थिक, मानसिक और शारीरिक रूप से काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल प्रशासन पर दलालों को कथित तौर पर आश्रय देने का आरोप लगाते हुये बुन्देलखण्ड विकलांग फाउण्डेशन ने जिलाध्यक्ष बालकिशन प्रजापति के नेतृत्व में एक ज्ञापन जिलाधिकारी को भेजा है।
जिलाधिकारी को भेजे ज्ञापन में जिलाध्यक्ष बालकिशन प्रजापति ने आरोप लगाते हुये बताया कि जिला अस्पताल में दलाली व भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। महिला अस्पताल में कोई भी प्रसूता अपने तीमारदारों के साथ जाती है तो अस्पताल में सक्रिय कुछ महिला दलालों द्वारा प्रसूताओं को सुरक्षित प्रसव और समुचित उपचार का लोभ लालच देते हुये निजी अस्पताल में पहुंचा देती हैं, जिससे प्रसूताओं व तीमारदारों को आर्थिक रूप से परेशानी उठानी पड़ रही है। फाउण्डेशन जिलाध्यक्ष ने तो यहां तक आरोप लगाया है कि ब्लड बैंक में कार्यरत कर्मचारी हजारों रुपये लेकर खून तक बेचने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। यहां आने वाले लोगों को ब्लड दिलाने के नाम पर हजारों रुपये ऐंठ लिये जाते हैं। फाउण्डेशन ने जिलाधिकारी से महिला अस्पताल में सक्रिय दलालों के खिलाफ गोपनीय जांच कराते हुये कार्यवाही कराये जाने की मांग उठायी है। ज्ञापन देते समय जिलाध्यक्ष बालकिशन प्रजापति, संतराम यादव, प्रमोद यादव, कमल श्रीवास्तव, मुकेश कुमार, रामसहाय, रामसेवक, गुलाब सिंह पाल, बबलू कुशवाहा, अनिल सिंघानिया, करन कुशवाहा, जमुना के अलावा अनेकों लोग मौजूद रहे।