बेंगलुरु। कर्नाटक बीजेपी की राज्य इकाई ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक समिति का गठन किया है। यह समिति गुरुवार (5 अक्टूबर) को शिवमोगा जिले के हिंसा प्रभावित इलाके का दौरा करके तथ्य को जानने का प्रयास करेगी। दरअसल, शिवमोगा में ईद मिलाद जुलूस के दौरान दो गुटों में तनाव हो गया था, जिसमें पत्थरबाजी में कई लोग घायल हो गए थे।
शिवमोगा के रागी गुड्डा इलाके में ईद मिलाद जुलूस के दौरान तनाव हुआ था। पुलिस ने कहा है कि हिंसा प्रभावित इलाके में अब स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। हालांकि, पुलिस ने गुड्डा इलाके में धारा 144 लगी दी थी।
कर्नाटक बीजेपी ने कहा, “बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद नलिन कुमार कटील ने शिवमोगा के रागी गुड्डा इलाके में हुई हिंसा की कड़ी निंदा की है और तथ्य खोजने के लिए पार्टी नेताओं की एक टीम गठित की है। यह टीम गुरुवार सुबह 11 बजे प्रभावित इलाके का दौरा करेगी।”
टीम का कटील करेंगे। इस टीम में कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री केएस ईश्वरप्पा और सीएन अश्वथ नारायण, पूर्व मंत्री अरागा जनेंद्र, शिवमोगा के सांसद बीवाई राघवेंद्र, बीजेपी के राज्य महासचिव और एमएलसी एन रविकुमार, विधायक चन्नबसप्पा और एमएलसी एस रुद्रेगौड़ा, डी एस अरुण और भारती शेट्टी शामिल हैं।
शिवमोगा में हुई पथराव की घटना के बाद कर्नाटक बीजेपी ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर कानून-व्यवस्था और शांति बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगाया है। वहीं, बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री सी टी रवि ने मंगलवार को घटना की न्यायिक जांच की मांग की। इसके अलावा केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने कर्नाटक सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति के दबाव में पुलिस के हाथ बांधने का आरोप लगाया है।
शिवमोगा के पुलिस अधीक्षक जीके मिथुन कुमार ने कहा कि जिन लोगों को चोटें आई हैं और जिनकी संपत्ति को नुकसान हुआ है, हमने उनसे शिकायत दर्ज करने के लिए कहा है। हमने घटना में शामिल कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। हमारे पास वीडियोग्राफी, सीसीटीवी कैमरा और ड्रोन कैमरे की वीडियो फुटेज है। हम घटना में शामिल सभी लोगों को पकड़ लेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें सजा दी जाए।