लोकसभा चुनाव परिणाम से सबक लेते हुए भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में नई रणनीति के तहत चुनावी मैदान में उतरेगी। पार्टी उपचुनाव में जहां जिताऊ उम्मीदवारों को ही टिकट देगी। वहीं उपचुनाव के दौरान मोदी व योगी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के साथ ही विपक्ष के प्रचार पर भी नजर रखी जायेगी। वहीं पार्टी का मीडिया विभाग भी अपने को अपग्रेड कर रहा है। अब पार्टी प्रचार के सभी आयामों पर विपक्ष के आरोपों का तथ्यों के साथ खंडन करना है। भाजपा विपक्ष के आरोपों का जवाब सोशल मीडिया, इलेक्ट्रानिक मीडिया और प्रिन्ट माध्यम का उपयोग करेगी।
उपचुनाव वाले विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी की बैठकें शुरू हो गयी हैं। कई विधानसभाओं में प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल का दौरा भी हो गया है। भाजपा के प्रदेशस्तर के नेताओं और सरकार के मंत्रियों की भी ड्यूटी लगाई गयी है। संबंधित नेता व मंत्री अपने—अपने विधानसभा क्षेत्रों में जाकर बैठकें भी शुरू कर दी है।
उपचुनाव में जीतदर्ज कर कार्यकताओं का मनोबल बढ़ायेगी भाजपा
लोकसभा चुनाव परिणाम से कार्यकर्ताओं में जो निराशा का भाव पैदा हो गया है। इसे तत्काल दूर करना आवश्यक है। इसलिए विधानसभा उपचुनाव में जीतदर्ज कर भारतीय जनता पार्टी अपने कार्यकर्ताओं की हताशा दूर कर मनोबल बढ़ाने का काम करेगी। इसके लिए जहां—जहां उपचुनाव है वहां पर बूथ कमेटी से लेकर सेक्टर कमेटी के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर जो कार्यकर्ता निष्क्रिय हैं उनके स्थान पर नये कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जा रही है। साथ ही मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर विशेष रूप से पन्ना प्रमुखों को सक्रिय किया जा रहा है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक वर्मा ने कहा कि भाजपा विधानसभा उपचुनाव की तैयारी में लग गयी है। विपक्ष बारबार झूठ व भ्रम फैलाने में कामयाब नहीं होगा। भाजपा सबका साथ सबका विकास के मूल मंत्र को ध्यान में रखते हुए उपचुनाव में जायेगी।