कोहली को जन्मदिन का तोहफा

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एस. एन. वर्मा

5 अक्टूबर विराट कोहली का जन्म दिन है। भारत अफ्रीका को हरा कर नम्बर एक पर अपना कब्जा कायम रक्खा। साथ ही किंग कोहली को जन्म दिन पर शानदार तोहफा दिया। मैच शुरू होने के पहले दर्शक दीर्घा में हैप्पी बर्थ डे की तख्तियां लहरा रही थी। लोग अपनी कृतज्ञता उत्सह के साथ जाहिर कर रहे थे। कोहली ने 101 रन नाट आउट की शानदार पारी खेल कर भारतीय टीम की जीत पक्की कर दी थी। उसमें श्रेयस अय्यर के 77 रनो का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। कोहली ने अपने जन्म दिन पर क्रिकेट में एक और उपलब्धि हासिल की। उन्होंने तेन्दुलकर के 49 शतको की बराबरी की।
भारतीय टीम ने टास जीत कर पहले बैटिग चुना। पांच वीकेट पर 326 रन बनाये। साउथ अफ्रीका की टीम जब बल्लेबाजी के लिये उतरी तो खिलाड़ी ताश के पत्ते की तरह ढहने लगे। इसे जीत के लिये 327 रनो का टारगेट मिला था। पर साउथ अफ्रीका की पूरी टीम 83 रनों पर सिमट गयी। लोगो को अहसास था कि टक्कर कांटे का होगा पर मैच एक तरफा हो गया। इसमें कोहली और श्रेयस का योगदान सराहनीय रहा। भारतीय बालिंग शानदार रही जिसमें जड़ेजा ने पांच वीकेट लिये। शमी और कुलदीप ने दो-दो वीकेट लिये और सिराज ने डी काक का महत्वपूर्ण वीकेट लिया।
भारत की इस वर्ल्डकप में लगातार आठवी जीत है। अंको की तालिका में 16 अंक पर पहुंच कर नम्बर एक बना हुआ है। वही साउथ अफ्रीका यह मैच हार कर 12 अंक लेकर अपने नम्बर दो पर बने रहने का क्रम कायम रक्खा। भारतीय टीम की जीत पर बधाइयों की बरसात होने लगी। प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और विपक्ष के राहुल गांधी ने भी बधाई दी। भारत वर्ल्डकप का प्रबलतम दावेदार मना जा रहा है। सम्भावना यह जताई जा रही है फाइनल में साउथ अफ्रीका की भिडन्त भारत से ही होगी।
अपना जन्म दिन लोग अपनी तरह से मनाते है। कोहली अपना जन्मदिन जो सबसे अच्छा कर सकते है उसको करके मनाते है। उस दिन उन्होंने शतक बनाकर अपना जन्मदिन मनाया। यद्यपि बैटिंग के लिहाज से यह उनकी अच्छी पारी नहीं थी पर उन्होंने यहां 49वां शतक बनाकर इसे यादगार बना दिया। क्योंकि सचिन के सर्वाधिक शतक की बराबरी कर ली। 50 ओवर के क्रिकेट में यह सर्वाधिक शतक है। सचिन को क्रिकेट का देवता माना जाता है उनकी बराबरी कर लेना गौरव की बात है। सचिन ने सबसे पहले कोहली को बधाई दी। कोहली के बचपन के कोच रायकुमार शर्मा और उनका परिवार समझ नहीं पा रहा था कि वह किस तरह अपनी खुशियां मनाये। रायकुमार शर्मा बताते है आठ साल के कोहली की बैटिंग देख उन्हें अहसास हो गया था कि यह अन्तरराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बनेगा। उनका कहना है कोहली का किबदन्ती बने सचिन तेन्दुलकर की बराबरी करना हमारे लिये ईश्वरी आर्शिवाद है।
यह इत्तफाक ही है कि सचिन ने भी पहला शतक कोहली की तरह 25 के उम्र में हासिल किया था। सचिन ने आस्टेªलिया के खिलाफ शरजाहां में 29 अप्रैल 1998 में 134 रनों की पारी खेल कर बनाया था। कोहली ने कहा भारत के लिये खेलना हमारे लिये हमेशा बड़ी बात है। पर इतनी बड़ी भीड़ के सामने अपने जन्मदिन पर शतक बनाना हमारे सपनो का मसाला रहा है। भगवान का मै अहसानमन्द हॅू। हलाकि कोहली की यह अच्छी पारी नहीं कही जायेगी। क्योकि साउथ अफ्रीकी बालरों के सामने इडेनगार्डेन की धीमी पिच पर वह बहुत सभल संभल कर खेल रहे थे। कोहली को लक्ष पिछा करने का मास्टर कहा जाता है। वह लक्ष्य को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांट कर रन बनाते है। वह रबाडा की गेदो को ठीक खेल रहे थे। पर केशव महाराज और तबरेज शम्सी के स्पिन को बहुत संभल संभल कर खेलते हुये रनो के रफ्तार को धीमा कर दिया था। दो अवसर आये जब कोहली आउट हो सकते थे। पहला अवसर केशव महराज के आसान कैच बाल को वीकेट कीपर पकड़ नहीं पाये। दूसरा अवसर महाराज की ही गेद पर आया जब कोहली गेद से चकमा खा गये बल्ले के बाहरी किनारे से लगी गेद को महराज नहीं पकड़ पाये। तब कोहली का स्कोर 30 रन था। कोहली समझते थे क्रीज़ पर बने रहो रन आते रहेगे। इन्होंने वही किया।
ऐसा कम होता है कि कोहली के साथ बैटिंग करने वाला बैटर कोहली से ज्यादा रन बनाकर खेल रहा हो। पर उनके साथ खेल रहे श्रेयस ऐय्यर ने 88.51 स्ट्राइक रेट पर रन बनाये जबकि कोहली का स्ट्राइक रन रेल 83.47 रहा। कोहली ने 10 बउन्ड्री मारी पर 121 गेद तक कोई छक्का न ही मार पाये। कोहली और अइय्यर की तीसरे वीकेट की 134 रनो की साझेदारी ने भारत के जीत की नीव रख दी। जीत को पुख्ता सिराज, शम्मी, कुलदीप और जडेजा की गेदबाजी ने की। आगे के मैच के लिये रोहित ने ठीक ही कहा अतिविश्वास से बचना होगा।
अवधनामा परिवार की ओर से भारतीय टीम को जीत की बधाई। कोहली का शतको के मामले में सचिन तेन्दुलकर तक पहुंचना वह भी अपने जन्म दिन पर शतक और जन्म दिन की बधाई।

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