एस एन वर्मा
एयर इन्डिया टाटा समूह के स्वामित्व की कम्पनी है। इस कम्पनी ने फ्रान्स की कम्पनी एयर बेस से 250 विमान और अमेरिका की कम्पनी बोईग से 220 विमान खरीदने का ऐलान किया है इस सम्बन्ध में प्रधानमंत्री ने अमेरिका प्रेसिडेन्ट बाइडन और फ्रान्स के राष्ट्रपति मैक्रो से वर्चुअली बात की। इस सौदे से ब्रिटेन भी खुश है क्योकि एयर बस में ब्रिटिश कम्पनी राल्स रायस का इन्जन लगता है।
एयर इन्डिया ने आखिरी बार 2005 में 111 विमानो के खरीद का आर्डर दिया था। जिसमें 68 बांेईग का और 43 एयर बस का आर्डर था। इतने सालो के बाद यह पहला मेगा डील है। विमानन के क्षेत्र में एयर इन्डिया को टाटा समूह ने अधिग्रहण हाल ही में किया है। जब एयर इन्डिया घाटे में चल रही थी और दूसरी कई समस्याओं से जूझ रही थी। टाटा द्वारा इसका एक तरह से कायाकल्प किया जा रहा है। इस सौदे से भारत तो है ही उसके साथ अमेरिका, फ्रान्स और इन्गलैन्ड भी अपने-अपने हितो के लेकर खुश है। तीनो एक दूसरे को बधाइयां दे रहे है।
एयर इन्डिया फ्रान्स की कम्पनी एयर बस से 40 बड़े आकार के ए-350 विमान और 210 छोटे आकार के ए-320 विमान खरीदेगी। बोईगस 190 विमान 737 मैक्स कैटेगरी के, 20 विमान 787 कैटेगरी के और 10 सबसे बड़े विमान 777 एक्स, कटेगरी के लिये खरीदे जायेगंे। इस प्रकार कुल विमान की मेगा खरीद 470 विमानो की होगी। एयर बस से जो विमान लिये जायेगे उनमें 250 विमान में से 40 विमान बड़े आकार वाले होगे।
इस पूरे सौदे और इसकी रूप देखा के लिये समझौते अन्तिम रूप देने के लिये एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। समझौते के आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रान्स के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों विडियो कान्फ्रेसिन्ग के जरिये जुड़े। अमेरिकी प्रेसिडेन्ट बइडन से में भी मोदी ने वर्चुअली इस पर बात की। तीनो देश आपस में खुशियां बांट रहे है कि उनकी दोस्ती और सहयोग के रिश्ते और आगे बढ़े है और प्रगाढ़ हुये। तीनो मिलकर अन्तराष्ट्रीय फिजा को खुश नुमा बनायेगे और आपसी सहयोग को नया आयाम देगे। जी-20 की अध्यक्षता के माध्यम से आपस में समन्वय लायेगंे और एकजुट होकर विश्व की बेहतरी के लिये अमन शान्ती के लिये सक्रिय कदम उठायेगे, और रूस और यूक्रेन के युद्ध ने हर क्षेत्र में विषम स्थितियां पैदा कर दी है। हालात बदतर होते जा रहे है। अमेरिका फ्रान्स विमानो के सौदे से खुश है साथ ही ब्रिटेन भी कि इससे रोजगार के अवसर भी बढ़गे।
प्रधानमंत्री ने कहा भारत के बढ़ते विमानन क्षेत्र को 15 साल में 2000 से ज्यादा विमानों की जरूरत होगी। मोदी जी ने समझौते के सन्दर्भ में उसकी सराहना करते हुये यह उद्गार प्रकट किये जो उनकी खुशी को दर्शाता है। इस विषय पर प्रधानमंत्री ने अमेरिका प्रेसिडेन्ट बाइडन से फोन पर बात की। दोनो नेताओं ने एयर इन्डिया डील को परस्पर लाभकारी सहयोग का श्रेष्ठ उदाहरण बताया। कहा दोनो देशो में रोजगार के नये अवसर पैदा होगे। मोदी ने भारत में सिविल एवीपेशन के विस्तार का जिक्र करते हुये कहा बोइंग और कम्पनियांे के लिये भारत आने का दरवाजा खुला हुआ है उन्हें आने का न्यौता भी दिया। अमेरिका और भारत ने आपसी रिश्ते बेहतर होने पर सन्तुष्टी जतायी। यह भी कहा जी-20 की सफलता के लिये दोनो देश मिलकर काम करेगे। बाइडन सौदे पर लौटते हुये कहा कि एयर इन्डिया 34 अरब डालर से 220 विमान खरीदेगा। इसके अलावा 70 और विमान खरीदने का विकल्प होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रान्स से गहराते सम्बन्धों को लेकर कहा यह करार भारत और फ्रान्स के गहराते सम्बन्धों के साथ भारत के सिविल एवीदेशन के सफलताओं के आकाक्षां को दर्शाता है। इसे डील का लेकर सम्बन्धित देशों में खुशी का माहौल है और भविष्य में और गहरे सम्बन्ध बनाने के लिये उत्साह है।
भारत को जी-20 की अध्यक्षता मिलने के बाद उसके अन्तरराष्ट्रीय रूतबे में काफी इजाफा हुआ है। मोदी की अध्यक्षता से सदस्य देश आशान्वित है। क्योकि मोदी ने रूस युक्रेन युद्ध में रूस और यूक्रेन के अध्यक्षों से बात कर लड़ाई नियन्त्रित रखने और शान्ती बनाये रखने की सलाह दी। एयर इन्डिया के विमानन डील से और देशो की भारत के लिये उत्सुकता बढ़ी है। उम्मीद है और भी कम्पनियां भारत आकर अपना कारोबार बढ़ायेगी। मोदी का नेतृत्व सभी को अश्वस्त कर रहा है।
एयर इन्डिया के इस खरीद से इन्डिगो को कड़ी चुनौती मिलनी निश्चित है। इसका घरेलू विमानन क्षेत्र में 50 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा पर कब्जा है। चूकि एयर इन्डिया में अब नई शक्ति आई है इसलिये उसे उत्तरी अमेरिका, यूरोप और आस्टेªलिया में अपने पहुच बनाने के लिये और उत्साह से काम करेगी। टाटा समूह का जादू यहां भी देखने को मिलेगा।