अवधनामा संवाददाता
बिना लगे ही रीडिंग दे रहे हैं मीटर, कंपनी के खिलाफ एफआईआर की मांग
मीटर लगाने वाली कम्पनी के खिलाफ होगी कार्यवाही-विश्वजीत कुमार, सहायक अभियंता
अयोध्या। जनपद में बिजली मीटर को लेकर बड़ा खेल सामने आ रहा है। यहां कई ब्लाकों में ऐसी गड़बड़ियां सामने आ रही हैं जो हैरान करने वाली हैं। बीकापुर तहसील क्षेत्र के तारुन ब्लाक उपकेंद्र में सामने आये एक मामले में बिना मीटर लगाये ऑनलाइन फीडिंग का मामला सामने आया है। यहां विद्युत भंडार केंद्र से भेजे गए मीटर बिना लगे पड़े पड़े ही रीडिंग देने लगे है। जिसकी इसके पहले भी कई शिकायतें हो चुकी है।बिजली विभाग में स्मार्ट मीटर के बाद अब इलेक्ट्रॉनिक मीटर से जुड़ा बड़ा घोटाला सामने आया है। तारुन क्षेत्र में बिना मीटर लगाए ही ऑनलाइन फीड करने का घोटाला हुआ है। साथ ही उपभोक्ता के बिल में फीड मीटर का इस्तेमाल कहाँ और कौन कर रहा है इसकी भी जानकारी नही है।
मामले का खुलासा तब हुआ जब बिना मीटर लगे ही उपभोक्ताओं को अनाप शनाप बिल पहुंचे और उन्होंने शिकायत करना शुरू किया। उपभोक्ता जब बिजली का बिल जमा करने गए तो गड़बड़ बिल देखकर भड़क गए। जिससे चलते कर्मचारियों को उपभोक्ताओं की नाराज़गी का शिकार होना पड़ा। इस बारे में अधिशासी अभियंता ने इससे पूर्व भी स्पष्टीकरण मांगा था। जिस पर कंपनी के प्रतिनिधि प्रदीप कुमार मौर्य ने ये कहकर पल्ला झाड़ना चाहा कि मीटर लगाने वाली टीम के लोग जिला मुख्यालय से जाते है तो लोग लगवाते ही नही। हमारी 15 टीमें है साल में 5 हजार मीटर लगाने का करार है। लेकिन लोग नही लगवा रहे है तो क्या करें कुछ तो करना पड़ेगा नही तो कर्मचारियों को वेतन कहाँ से देंगे। बहरहाल उपभोक्ता अब फर्म के खिलाफ फोर्जरी और गबन के मामले में एफआईआर की तैयारी में है।
विद्युत परीक्षण शाला के सहायक अभियंता विश्वजीत कुमार ने उपभोक्ता से मिली शिकायत के बाद मामले को गम्भीरता से लेते हुए मीटर लगाने का ठेका लेने वाली कंपनी से मामले का जबाब तलब किया है। घोटाले को लेकर आलोक कन्ट्रक्सन कंपनी से स्पष्टीकरण भी मांगा है। असल मे फर्म ने साइट पर मीटर लगाए बिना ही ऑनलाइन सिस्टम पर मीटर फीड कर दिया है। शंका जाहिर की जा रही है कि मीटर को गायब कर दिया गया है। इससे लाखों के राजस्व का नुकसान हुआ। ये मीटर उन उपभोक्ताओं के यहां लगने थे जिनके यहां बिजली कनेक्शन नहीं था।