भोपाल रियल लाइफ के बजरंगी भाईजान के नाम से मशहूर प्रमुख समाजसेवी सैयद आबिद हुसैन के प्रयास से एक बार फिर विदेश में फंसी एक भारतीय की लाश सकुशल गांव आ गई। एक पखवारे की लम्बी मशक्कत के बाद नगर के ग्राम बेला परसा मासड़ा बसखारी अम्बेडकर नगर उत्तर प्रदेश निवासी मुन्ना लाल पाल (33) पुत्र राम सहाय पाल की लाश अबहा जद्दा सऊदी अरबिया से उनके गांव बेला परसा पहुंची। जिसके लिये उनका परिवार आबिद हुसैन दुवाएँ देरहा है
मुन्ना पाल पिछले 3 साल से सऊदी अरबिया के अबहा में काम करते थे। बीते 30 अगस्त को उनकी एक कार एक्सीडेंट ( सड़क दुर्घटना ) मे मौत हो गई थी सितंबर को उनके घर उनके छोटे भाई सोनू पाल का कॉल आया कि उनकी मृत्यु हो गई है। मौत की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया था। परिजनों ने लाश को घर लाने के लिए काफी प्रयास किया। मुन्ना पाल के परिवार ने कई लोगों से मदद की गुहार लगाई, लेकिन वह सफल नहीं हो सके ।
बताया जाता है कि मुन्ना जिस स्पॉन्सर के पास काम कर रहे थे वह भी लाश भेजने में रुचि नहीं दिखा रहे थे। इस दौरान मुन्ना के भाई विजय पाल को उनके ही गांव के हसन सरदार के द्वारा आबिद के बारे मे पता चला और आबिद से मदद की गुहार लगाई। इसकी सूचना समाजसेवी सैयद आबिद हुसैन को मिलते ही।
सैयद आबिद हुसैन ने सऊदी जद्दा काउंसलेट के अधिकारी डॉ एमडी.अलीम अली और भारतीय राजदूत डॉ औसाफ़ सईद एवं भारत के विदेश मंत्रालय को मेल और वाट्सएप के माध्यम से मुन्ना लाल की विदेश में फंसी लाश को परिजनों तक पहुंचाने की बात रखी। अधिकारियों ने ततकाल इस मामले को जद्दा काउंसलेट के एक अधिकारी फैसल को पूरे मामले मे मदद करने को आदेश दिया और फैसल ने लगा तार मुन्ना लाल के स्पोंसर और आबिद हुसैन एवं मुन्ना लाल के भाई सोनू पाल से समर्क कर के पूरे मामले को हल करवाया और सभी ज़रूरी करवाई करवा कर सैयद आबिद हुसैन और सोनू पाल को आश्वस्त किया कि संजय का शव 10 अक्टूबर को भारत पहुंच जाएगा। कुछ दिनों बाद मुन्ना लाल का शव उनके परिजनों को दिल्ली एयरपोर्ट पर उनके बाड़े भाई पन्ना लाल पाल को मिल गया।
आबिद हुसैन और मुन्ना लाल पाल के परिवार ने सऊदी जद्दा काउंसलेट के अधिकारी डॉ एमडी.अलीम अली, फैसल, और भारतीय राजदूत डॉ औसाफ़ सईद एवं भारत के विदेश मंत्रालय का धन्यवाद किया साथ ही उनके परिवार वालों ने आबिद हुसैन का भी धन्यवाद किया
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