अवधनामा संवाददाता
कुशीनगर में जल्द बनेगा सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह के रहते पडरौना में हुआ था सेना भर्ती
कुशीनगर। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) प्रशिक्षण केंद्र के लिए पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह की तरफ से भूमिपूजन कर की गई पहल पर करीब नौ साल बाद काम आगे बढ़ा। राजस्वकर्मियों ने पडरौना सदर तहसील क्षेत्र के नगरी गांव में प्रस्तावित स्थल पर पहुंचकर सीआरपीएफ के प्रशिक्षण केंद्र के लिए भूमि की पैमाइश की।
सदर विधायक मनीष जायसवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री भारत सरकार को पत्र लिखकर बताया था कि जिले के सदर तहसील क्षेत्र के नगरी गांव में तत्कालीन सांसद व पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के प्रशिक्षण केंद्र के लिए 7.4069 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित कराए थे। इस प्रक्रिया के पूर्ण होने के बाद राष्ट्रपति/केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल नगरी पडरौना के नाम से जमीन दर्ज हो गई थी। उन्होंने बताया था कि कुशीनगर जनपद भारत-नेपाल सीमा पर स्थित होने के कारण सुरक्षा के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील है। इस कारण इस प्रशिक्षण केंद्र को स्थापित किया जाना नितांत आवश्यक है। इसलिए जनहित को ध्यान में रखते हुए सीआरपीएफ के प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना के लिए अपनी संस्तुति प्रदान करें। उसे संज्ञान में लिए जाने के बाद तहसील प्रशासन को निर्देश दिया गया था। इसके बाद एसडीएम सदर महात्मा सिंह ने नायब तहसीलदार कोटवा, क्षेत्रीय राजस्व निरीक्षक पडरौना, क्षेत्रीय लेखपाल अविनाश राव सहित योगेंद्र गुप्ता, संदीप सिंह और मनीष पांडेय को पत्र भेजा था। उन्होंने पत्र में हवाला दिया था कि उप महानिरीक्षक ग्रुप केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल चकिया चंदौली और डीएम के आदेश का हवाला देते हुए पिछले सप्ताह को राजस्वकर्मियों को नगरी गांव में भेजा था। इस टीम ने एसडीएम ने बाउंड्री स्टोन मेड़बंदी या तारबंदी कराने का निर्देश दिया था। इसी क्रम में टीम ने पहुंचकर अधिग्रहित जमीन की पैमाइश कर उसका सीमांकन किया।
वर्ष 2014 में आरपीएन सिंह ने किया था भूमिपूजन
सदर तहसील क्षेत्र के नगरी गांव में वर्ष 2014 में कुशीनगर के तत्कालीन सांसद एवं पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह ने सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र का भूमिपूजन किया था। इस दौरान कई गणमान्य लोग मौजूद थे। उस समय केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। भाजपा सरकार आने पर यह कार्य आगे नहीं बढ़ सका था। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले आरपीएन सिंह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। उनके साथ मनीष जायसवाल भी भाजपा में आए थे। विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर मनीष जायसवाल पडरौना से विधायक चुने गए थे। सदर विधायक ने पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह के अधूरे सपने को पूरा कराने के लिए गृह मंत्री को पत्र लिखा था, जिसके क्रम में आदेश आने पर सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र के लिए अधिग्रहित भूमि की पैमाइश की गई। आरपीएन सिंह के सांसद रहते ही पडरौना के उदित नारायण इंटर कॉलेज में कैंप लगाकर सेना भर्ती भी हुई थी।