11 नवंबर को महेश गुप्ता होटल पर स्कूली विवाद को लेकर भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने होटल के सामने ही धरना-प्रदर्शन कर होटल पर अवैध कार्य को लेकर तथा खाद्य पदार्थो की जांच कर होटल को बंद करने पर अड़े रहे! स्कूली विवाद में पुलिस द्वारा होटल स्वामी का 151 की धारा में चालान कर दिया गया था, और तभी से होटल भी बंद था! परंतु होटल खुलने पर फिर से किसान यूनियन के पदाधिकारी ने उप जिलाधिकारी नजीबाबाद ज्ञापन सौंप कर होटल को सीज कराने की मांग की! ज्ञापन में कहां गया कि होटल पर लोन लिया गया है, किस प्रकार का लोन है, और लोन कैसे मिला की जांच हो, पीडब्ल्यूडी विभाग से जांच करा कर अतिक्रमण हटाया जाए, अग्निशमन संबंधित जांच कराई जाए, नगर पालिका से नक्शे की जांच हो!
वीडियो मे जो अनैतिक सामग्री पाई गई थी, उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई और किसानों को बिना बताए ही होटल खोल दिया गया! होटल पर घटिया समग्री से युक्त खाना परोसा जाता है जिससे लोग बीमारी पड़ते हैं,11 नवंबर को जो खाने के सैंपल लिए गए थे, उसकी रिपोर्ट के बिना ही होटल कैसे खोल दिया गया? सभी किसानो ने कहा कि अगर होटल बंद नही किया गया तो हम बड़ा आंदोलन करेंगे! वही इस संबंध में क्षेत्राधिकारी देश दीपक सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि होटल से सबंधित सभी दस्तावेज सही पाए गए हैं, जबकि उप जिलाधिकारी का मोबाइल रेंज से बाहर रहा!