ब्रेस्ट कैंसर का इलाज करवा रहीं टीवी एक्ट्रेस हिना खान (Hina Khan) पिछले कुछ समय से कश्मीर अपने होमटाउन छुट्टियां मनाने गई थीं। इस बीच पहलगाम में आतंकी हमला हुआ जिसका एक्ट्रेस पर बुरा असर पड़ा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक लंबा-चौड़ा पोस्ट करते हुए इस घटना पर अपना दुख जाहिर किया है साथ ही बताया है कि उन पर इसका क्या असर पड़ा।
टीवी एक्ट्रेस हिना खान ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की है और देशवासियों से एक अपील की है। हिना खुद भी एक कश्मीरी हैं और पिछले कुछ समय से अपने होमटाउन में छुट्टियां मना रही थीं। कैंसर का इलाज करवा रहीं हिना ब्रेक पर कश्मीर में अपने होमटाउन गई थीं। पहलगाम अटैक के बीच वह मुंबई लौट आई हैं और उन्होंने एक लंबा-चौड़ा पोस्ट लिखकर गहरी बात की है।
हिना खान ने पीड़ितों के प्रति संवेदनाएं जताने के साथ-साथ लोगों से अपील की और उनसे माफी मांगी। हिना ने पोस्ट में लिखा, “संवेदनाएं। काला दिन। नम आंखें। निंदा, करुणा की पुकार। अगर हम असलीयत को स्वीकार करने में फेल होते हैं तो कुछ भी मायने नहीं रखता। अगर हम वाकई जो हुआ उसे स्वीकार नहीं करते, खासकर मुसलमानों तौर पर, तो बाकी सब बातें ही होंगी। सिंपल सी बात है,कुछ ट्वीट और बस।”
हिना खान ने हिंदुओं से मांगी माफी
हिना खान ने आगे कहा, “जिस तरह से बेदर्दी, अमानवीय, दिमाग से धोखा खाए आतंकवादियों द्वारा यह किया गया, जो मुसलमान होने का दावा करते हैं, वह भयानक है। मैं कल्पना भी नहीं कर सकती कि अगर किसी मुसलमान को बंदूक की नोंक पर अपना धर्म त्यागने के लिए मजबूर किया जाता और फिर उसे मार दिया जाता। इससे मेरा दिल टूट गया। एक मुसलमान होने के नाते मैं अपने सभी साथी हिंदुओं और साथी भारतीयों से माफी मांगना चाहती हूं। जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई, एक भारतीय और मुसलमान होने के नाते दिल टूट गया। पहलगाम में जो कुछ हुआ, उसे मैं भूल नहीं सकती।”
हिना खान पर पड़ा बुरा असर
ये रिश्ता क्या कहलाता है एक्ट्रेस ने कहा, “इसने मुझे और मेरे मेंटल हेल्थ पर असर डाला हैय़ यह मेरे और मेरे दर्द के बारे में नहीं, यह उन सभी के दर्द केबारे में है जिन्होंने अपनों को खो दिया। यह वह दर्द है जो हर भारतीय महसूस कर रहा है। मैं उनकी ताकत और सुकून की कामना करती हूं। मैं उनके लिए प्रार्थना करती हूं जिन्हें हमने खो दिया। हमें शब्दों को तोड़-मरोड़ कर नहीं बोलना चाहिए। मैं इसकी निंदा करती हूं, मैं इसे अस्वीकार करती हूं और मैं उन लोगों से नफरत करती हूं जिन्होंने ऐसा किया। पूरे दिल से बिल्कुल और बिना किसी शर्त के।”
हिना खान ने की एकता की अपील
हिना खान का कहना है, “जिन्होंने ऐसा किया है, वे किसी भी धर्म को मान सकते हैं। वे मेरे लिए इंसान नहीं हैं। कुछ मुसलमानों की हरकत के लिए मैं शर्मिंदा हूं, लेकिन मैं अपने साथी भारतीयों से प्रार्थना करती हूं कि वे हम सभी को अलग-थलग न करें। हम सभी जो भारत को अपना घर और मातृभूमि कहते हैं। अगर हम एक-दूसरे से लड़ते हैं, तो हम वही करेंगे जो वे हमसे करवाना चाहते हैं, हमें विभाजित करना, हमें लड़ते रखना, और हमें भारतीयों के रूप में ऐसा नहीं होने देना चाहिए।”
“हिना ने कहा कि वह कश्मीरी पंडितों को शांति से कश्मीरी मुस्लिम के साथ रहते हुए देखना चाहती हैं। उन्होंने शांति की अपील करते हुए आखिर में कहा, “आखिर में मैं एक भारतीय, एक मुसलमान और एक इंसान के तौर पर न्याय चाहती हूं। हम सभी को एक साथ आना चाहिए और इस कठिन समय में भारत का साथ देना चाहिए। उन्हें वो न दें जो वो चाहते हैं। हमें एक व्यक्ति के तौर पर एक साथ आना चाहिए। कोई राजनीति नहीं। कोई विभाजन नहीं। कोई नफरत नहीं। चाहे कुछ भी हो। हम सबसे पहले भारतीय हैं। एम जय हिंद।”