उरई (जालौन)।ग्राम घुसिया में शवयात्रा पर मधुमक्खियों ने हमला बोल दिया। मधुमक्खियों के हमले का शिकार लगभग आधा सैकड़ा लोग हो गए जिनमें आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल को गए। घायलों को सीएचसी व निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। शव यात्रा में शामिल लोग हमले के बाद शव को छोड़ कर भाग गए, कई लोगों ने खेतों में खड़ी फसलों में लेट कर अपनी जान बचाई। करीब एक से डेढ घंटे बाद जब मधुमक्खियां शांत हुईं तब ग्रामीणों ने घायलों को मौके से उठाया और अस्पतालों में भर्ती कराया। इस हादसे के बाद दस बारह लोगों ने 70 वर्षीय महिला का अंतिम संस्कार खेत में कर दिया।
तहसील मुख्यालय से सटे ग्राम घुसिया निवासी जयराम कुशवाहा की पत्नी लल्लाबेटी (70) का निधन हो गया था। दोपहर करीब 12 बजे उनकी शव यात्रा घर से उनके खेत पर जा रही थी। अभी शव यात्रा पास में स्थित उनके खेत पर पहुंची ही थी तभी गांव के बाहर नर्सरी के पास लाखों की संख्या में मधुमक्खियों ने अचानक शव यात्रा पर हमला बोल दिया। मधुमक्खियों के झुंडों ने जब लोगों हमला बोला तो वहां अफरा तफरी मच गई और लोग शव को छोड़ कर भागे। कुछ लोगों ने खेतों में खड़ी फसलों में लेट कर अपनी जान बचाई। एक से डेढ घंटे तक मधुमक्खियों का यह तांडव चलता रहा और करीब दर्जन भर लोगों को मधुमक्खियों ने डंक मारकर अधमरा कर दिया। जब मधुमक्खियां शांत हुईं उसके बाद बाद लोगों ने जैसे-तैसे हिम्मत जुटा कर खेतों में पड़े लोगों को उठा कर कस्बे के सीएचसी व निजी अस्पतालों में भर्ती कराया। इसके साथ ही मौके पर बचे-खुचे दस बारह लोगों ने महिला का अंतिम संस्कार दूसरे खेत में किया। बताया गया है कि लगभग आधा सैकड़ा लोगों को मधुमक्खियों ने काटा है जिसमें आधा दर्जन लोगों गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों में संतोष चतुर्वेदी, ओम प्रकाश, राघवेंद्र चतुर्वेदी, विनय पटेरिया, महेंद्र कुशवाहा, अजय कुशवाहा, ब्रजेश सक्सेना, जगदीश, बबलू, मानसिंह, उमाशंकर आदि के नाम बताए जा रहे है। मुखाग्नि दे रहे महिला के पति जयराम भी बुरी तरह घायल हो गए और उन्हें नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है। उनकी गैरमौजूदगी में उनके बेटे राजकुमार ने मुखाग्नि दी।
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