अवधनामा संवाददाता
बारिश के मौसम में चिकनगुनिया और मलेरिया का भी खतरा
सहारनपुर। बारिश के मौसम में सेहत के प्रति जरा सी लापरवाही हानिकारक हो सकती है। खासकर बच्चों में। दरअसल, मानसून में डेंगू-मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। डेंगू के डंक का सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को होता है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग अभी से पुख्ता इंतजाम कर रहा है। दस्तक अभियान के तहत लोगों को जागरूक किया जा रहा है। आशा कार्यकर्ता इसमें अहम भूमिका निभा रही हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी शिवांका गौड़ का कहना है कि इस मौसम में बैक्टीरियल और वायरल संक्रमण के साथ ही मच्छर जनित कई रोग फैलने की आशंका रहती है। डेंगू इनमें से एक गंभीर बीमारी है। हालांकि, सहारनपुर में अभी तक डेंगू का कोई केस सामने नहीं आया है। लेकिन, एहतियात के तौर पर स्वास्थ्य विभाग लोगों को जागरूक कर रहा है।
जिला मलेरिया अधिकारी का कहना है कि डेंगू को लेकर जागरूकता बहुत जरूरी है, लापरवाही घातक हो सकती है। ऐसे में डेंगू से बचाव के साथ ही समय पर डेंगू के लक्षणों को पहचान कर इलाज की सलाह दी जाती है। वैसे तो डेंगू किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है लेकिन बच्चों में इस बीमारी का असर तेजी से होता है। डेंगू में प्लेटलेट्स लगातार कम होने लगते हैं। इससे कई बार मरीज को जान का खतरा हो जाता है। आमतौर पर डेंगू के लक्षण दो से सात दिनों तक रहते हैं। बच्चे अक्सर घर के बाहर खेलते हैं। पार्क आदि में घास में घूमते हैं। ऐसे में बच्चे आसानी से डेंगू की चपेट में आ सकते हैं। बच्चों में डेंगू के लक्षणों की पहचान करके समय पर इलाज कराया जाना चाहिए।