अवधनामा संवाददाता
जीवन रक्षा हेतु”बेसिक लाइफ सपोर्ट’ के संदर्भ में सही जानकारी जरूरी – कुलपति
इटावा। यूपीयूएमएस सैंफई में कुलपति प्रो.डॉ प्रभात कुमार सिंह ने बेसिक लाइफ सपोर्ट जन जागरूकता अभियान का शुभारंभ रैली को हरी झंडी दिखाकर किया।उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि समाज या हमारे परिवेश में कई बार आपात परिस्थितियों हमारे सामने आती हैं जब हमारे पास कोई मेडिकल उपकरण नहीं होता और किसी को अचानक हार्ट अटैक आ गया तो आप बिना उपकरणों के मरीज की जान बचा सकते हैं जैसे-यदि कार्डियोपल्मोनरी रेसेसेटेशन(सीपीआर)आपको सही जानकारी है इसीलिए समाज में जीवन रक्षा हेतु बेसिक लाइफ सपोर्ट के संदर्भ में सही जानकारी होनी जरूरी है।आखिर क्या है सीपीआर? कार्डियोपल्मोनरी रेसेसेटेशन(CPR)एक तरह की छाती की मसाज प्रक्रिया है। इसके तहत मरीज को आर्टिफिशल तरीके से ऑक्सिजन दिया जाता है ताकि ब्रेन को ऑक्सिजन मिलता रहे।डॉक्टरों ने बताया कि कार्डिएक अरेस्ट के समय सीपीआर से मरीज के बचने की संभावना काफी बढ़ जाती है,क्योंकि 3 मिनट तक ब्रेन को ऑक्सिजन नहीं मिला,तो ब्रेन काम करना बंद कर देता है।कार्डिएक अरेस्ट के दैरान दिल की गति अचानक से एकदम थम जाती है।चिकित्सा अधीक्षक डॉ एस पी सिंह ने बताया कि अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन(एएचए)के अनुसार,अस्पताल के बाहर कार्डियक अरेस्ट के लिए कुल मिलाकर मरीजों की बचने की दर लगभग 10% है।हालाँकि, अगर तुरंत सीपीआर शुरू कर दिया जाए तो बचने की दर में सुधार किया जा सकता है इसीलिए जन-जागरुकता जरूरी।इस कार्यक्रम का आयोजन एनेस्थीसिया विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ उषा शुक्ला के नेतृत्व में किया गया उन्होंने बताया कि कभी भी दुर्घटना होने पर या कोई हादसे में गंभीर रूप से घायल होने पर या बेहोश हो जाने पर बेसिक लाइफ सपोर्ट बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।यदि समाज में लोगों को बेसिक लाइफ सपोर्ट के बारे में सही जानकारी है तो हजारों लोगों की जान बचाई जा सकती है।इसीलिए इस जागरूकता अभियान के माध्यम से स्कूल कॉलेजों व विभिन्न संस्थाओं व विभागों से जुड़ कर विश्वविद्यालय द्वारा प्रशिक्षित टीम लोगों को जागरूक बनाएगी और समाज में लोगों को बेसिक लाइफ सपोर्ट किस तरह दिया जाए इस संदर्भ में प्रशिक्षण भी दिया जाएगा जिससे दुर्घटना स्थल पर मरणासन्न व्यक्ति को जीवन दान दिया जा सके।इस मौके पर ओपीडी में भी जन जागरूकता के लिए बेसिक लाइफ सपोर्ट विधि का प्रदर्शन किया गया और लोगों को जागरूक किया गया।कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ विक्रम राठौर,डॉ शिप्रा,डॉ पंकज सिंह ने किया।कार्यक्रम में प्रतिकुलपति प्रो.डॉ रमाकांत,डीन प्रो.डा आदेश कुमार,सहित एनेस्थीसिया विभाग से डॉक्टर मनोज कुमार,डॉ प्रशांत मिश्रा,डॉ उर्वशी व अन्य विभागों के चिकित्सक मौजूद रहे।