अवधनामा सांवाददाता(श्रवण चौहान)
बाराबंकी। बाराबंकी सांसद उपेंद्र सिंह रावत इन दिनों सड़कों का लोकार्पण करते हुए नजर आ रहे हैं बता दें कि बाराबंकी जनपद में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत 33 सड़को का निर्माण होना है. जिसमें से करीब 6 से 7 सड़कों का लोकार्पण सांसद उपेंद्र सिंह रावत बीजेपी के विधायक दिनेश रावत समेत अन्य नेता कर चुके हैं. जानकारी के लिए बता दें कि कोठी से अचकामऊ होते हुए धौरहरा घाट तक सड़क का निर्माण होना है जिसका लोकार्पण सांसद उपेंद्र सिंह रावत विधायक दिनेश रावत ने मंगलवार को किया है. उन्होंने इसी क्रम में बताया कि अब नई तकनीकी एफडीआर यानि फुल डेप्थ रिक्लेमेशन से सड़कों का निर्माण होगा। कम लागत में ज्यादा समय तक चलने वाली विधि से जनपद की 33 सड़कों को तैयार किया जाएगा। इस विधि से पुरानी सड़क को ही खोदकर उसकी गिट्टी में केमिकल मिलाया जाएगा। इस केमिकल को मिलाकर सड़क की रोलिग की जाएगी। इसके बाद उसी पर लेपन कार्य होगा। जानकारों का मानना है कि इस विधि से सड़कें कम टूटती है व ज्यादा चलती हैं। इसके निर्माण में अन्य सड़कों की अपेक्षा लागत भी कम आती है।एफडीआर तकनीक से सड़क निर्माण में नई गिट्टी का प्रयोग नहीं किया जाएगा बल्कि सड़क पर मौजूद पुरानी गिट्टी अन्य सामग्री से बड़ी मशीनों से मिलाकर निर्माण किया जाता है। पहले सड़कों का निर्माण पारंपरिक तकनीक से किया जाता था। इसमें प्रत्येक सड़क निर्माण में जहां गिट्टी की अधिक आवश्यकता होती थी वहीं लागत भी ज्यादा आती थी। लेकिन अब नई तकनीकी की वजह से सड़कें बिल्कुल मजबूती के साथ बनाई जाएंगी सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने बताया कि अगर 10 साल में सड़कें इस तकनीक से बनाई हुई टूट जाती है तो ठेकेदार की ही जिम्मेदारी होती है, उसे पुनः बनाना होगा. सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राजीव गांधी ने कहा था कि यहां से ₹100 भेजा जाता है लेकिन ₹15 ही धरातल पर पहुंचता है इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पारदर्शिता लाने के उद्देश्य इन तकनीकों का पालन करा रहे हैं और भारत को डिजिटल बनाने का काम कर रहे हैं इसके अलावा एफडीआर तकनीकी लाया है अब देखना यह बड़ी बात है कि यह सड़के कितने वर्षों तक चलती है।
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