यदि आपको बैंक से जुड़ा कोई काम निपटाना है तो देर मत कीजिए. दरअसल गुरुवार यानि 26 सितंबर से लगातार चार दिन बैंक बंद रह सकते हैं और इसके चलते आपको कैश की किल्लत से जूझना पड़ सकता है. कई दिनों तक बैंक के बंद होने के कारण एटीएम (ATM) से पैसे निकालने में खासी मशक्कत करनी पड़ सकती है.
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार देशभर के लगभग चार लाख बैंक कर्मचारी सितंबर के आखिरी हफ्ते में 2-दिवसीय हड़ताल पर जा रहे है. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय के फैसले के विरोध में चार बैंक यूनियनों- ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फेडरेशन (AIBOC), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (AIBOA), इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस (INBOC) और नेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफिसर्स (NOBO) ने 26 और 27 सितंबर को हड़ताल बुलाया है.
बैंक यूनियन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि 25 सितंबर, 2019 की आधी रात से 27 सितंबर, 2019 की मध्यरात्रि तक कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे. इस वजह से एक दिन में 48,000 करोड़ रुपये का लेनदेन प्रभावित होने का अनुमान है. एआईबोओसी के सचिव आर सेकरन (R Sekaran) ने कहा कि हम सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय का विरोध कर रहे हैं क्योंकि यह आम जनता के हित में नहीं है.
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने दस राष्ट्रीयकृत बैंकों का विलय कर चार बड़े बैंक बनाने की घोषणा की है. इसके तहत यूनाइटेड बैंक आफ इंडिया और ओरियंटल बैंक आफ कॉमर्स का विलय पंजाब नेशनल बैंक में किया जाएगा. इसके बाद अस्तित्व में आने वाला बैंक सार्वजनिक क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा बैंक होगा. इसी तरह सिंडिकेट का विलय केनरा बैंक में किया जाएगा. इलाहाबाद बैंक का विलय इंडियन बैंक में किया जाना है. आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक को यूनियन बैंक आफ इंडिया में मिलाया जाएगा. इस फैसले के बाद से देशभर में बैंक कर्मचारी कई बार विरोध प्रदर्शन कर चुके है.