बलिया महोत्सव के मंच पर अपने लोकप्रिय गीतों की प्रस्तुति पर हजारों लोगों को झूमते देख दिल्ली के सांसद और भोजपुरी गायक मनोज तिवारी खासे गदगद दिखे। उन्होंने कहा कि मैं बहुत खुश होकर यहां से जा रहा हूं।
श्री तिवारी ने बलिया महोत्सव की सफलता के लिए परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और जिला प्रशासन को बधाई देते हुए कहा कि बलिया कोई सामान्य जिला नहीं है। यह एक संस्कृति का नाम है। यह महर्षि भृगु की धरती है। यह अमर सेनानी मंगल पांडेय, चित्तू पाण्डेय और जयप्रकाश नारायण की भूमि है। यह गंगा से आच्छादित धरती है। यहां एक से बढ़कर एक तपस्वी हुए हैं। स्वतंत्रता आंदोलन में इस भूमि की अग्रणी भूमिका रही थी। बलिया महोत्सव में देश के नामी-गिरामी लोगों को आना चाहिए। ताकि उन्हें यहां की ऊर्जा मिले। इसके पहले मंच से उन्होंने कहा कि बलिया में बहुत करंट है। उन्होंने रिंकिया के पापा और बगल वाली समेत तमाम आइकोनिक गीतों को गाकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। मनोज तिवारी ने गंगा पर भी गीत गाया। उनके गीतों को सुनने के लिए भारी भीड़ जमा थी।